कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अमेठी के साथ केरल की वायनाड सीट से भी चुनाव लड़ेंगे। वायनाड सीट पर कांग्रेस का लगातार कब्जा रहा है। भौगोलिक रूप से वायनाड सीट दक्षिण के तीन राज्यों केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक जु़ड़ा हुआ है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ऐके एंटनी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि पिछले कुछ समय से मांग उठ रही थी कि राहुल गांधी को दक्षिण भारत की एक सीट से और लड़ना चाहिए। उन्होंने कहा, 'कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल से लगातार इस तरह की मांग उठ रही थी।' एंटनी ने कहा कि इसलिए निर्णय लिया गया कि राहुल गांधी केरल की वायनाड सीट से भी चुनाव लड़ेंगे।
इसलिए वायनाड से लड़ेंगे राहुल
एंटनी ने कहा कि राहुल गांधी से वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की और बताया कि राज्य के लोगों की ओर से आ रही मांग को ठुकराना उचित नहीं है। इसके लिए राहुल गांधी यूपी के अमेठी के साथ एक और सीट से चुनाव लड़ने के लिए तैयार हो गए। एंटनी ने बताया कि कई कारणों से केरल की वायनाड सीट को चुना गया है। एंटनी ने कहा कि केरल की वायनाड सीट सांस्कृतिक और भौगोलिक रूप से काफी महत्वपूर्ण है। यह सीट केरल, तमिलनाडु और तमिलनाडु को जोड़ती है। ऐसे में राहुल गांधी यदि वायनाड सीट से लड़ते हैं तो यह दक्षिण भारत का प्रतिनिधित्व होगा।
In addition to Amethi, UP, Congress President @RahulGandhi will also be contesting from Wayanad, Kerala, for the Lok Sabha 2019 elections.
— Congress (@INCIndia) March 31, 2019
वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल में लगातार दक्षिण भारत से अन्याय होता रहा है। ऐसे में उत्तर और दक्षिण भारत को सांस्कृतिक तौर पर जोड़े रखना बेहद जरूरी था। राहुल गांधी वायनाड से चुनाव लड़कर तीनों राज्यों का प्रतिनिधित्व करेंगे।
क्या अमेठी पर नहीं है राहुल को भरोसा? कांग्रेस ने दिया ये जवाब
क्या राहुल गांधी को अमेठी पर भरोसा नहीं है पूछने पर रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि मोदी जी गुजरात छोड़कर वाराणसी से चुनाव क्यों लड़े? क्या उन्हें गुजरात पर भरोसा नहीं था? ये अपरिपक्व और बचकानी टिप्पणियां हैं। सुरजेवाला ने कहा कि राहुल जी ने अनेको बार कहा है कि अमेठी उनकी कर्मभूमि है। अमेठी से उनका रिश्ता परिवार के सदस्य का है। इसलिए अमेठी को छोड़ नहीं सकते।
स्मृति पर साधा निशाना
सुरजेवाला ने अमेठी से बीजेपी प्रत्याशी स्मृति ईरानी पर निशाना साधते हुए कहा कि इस बार हार का हैट्रिक लगाएंगी। पहले नई दिल्ली से हारीं, दूसरी बार अमेठी से और अब तीसरी बार भी अमेठी से चुनाव हारेंगी स्मृति ईरानी।