भोपाल से भाजपा उम्मीदवार प्रज्ञा ठाकुर के नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने के बयान को लेकर कांग्रेस ने निशाना साधा है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि साध्वी प्रज्ञा के गोडसे पर दिए बयान से भाजपा का असली चेहरा सामने आ गया है। उन्होंने कहा कि साफ है कि पीएम नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के इशारे पर यह शहीदों का अपमान किया है। इस पर मोदी को जबाव देना चाहिए और साध्वी प्रज्ञा की उम्मीदवारी तुरंत वापस लेनी चाहिए। वहीं, भाजपा ने प्रज्ञा ठाकुर के बयान से किनारा कर लिया है।
एक प्रेस कांफ्रेंस कर कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि आज फिर बापू की विचारधारा पर प्रहार हुआ है। मोदी और अमित शाह की चहेती प्रज्ञा ठाकुर ने गांधीजी के हत्यारे गोडसे को देशभक्त बता पूरे देश का अपमान किया है। भाजपा बार-बार अपने नेताओं द्वारा गांधी जी की विचारधारा और सोच पर कुत्सित हमले बोल रही है।
'भाजपाई ही हैं गोडसे के असली वंशज'
सुरजेवाला ने कहा कि आज यह बात साफ हो गई कि भाजपाई ही गोडसे के असली वंशज हैं। वो गोडसे को देशभक्त बताते हैं और हेमंत करकरे जैसे शहीदों को देशद्रोही। यह भारत के गांधीवादी मूल सिद्धांतों का तिरस्कार करने का घिनौना भाजपाई षड़यंत्र है। यह एक अक्षम्य अपराध है। देश के शहीदों और महान विभूतियों का अपमान भाजपाई संस्कृति बन गई है। सुरेजावाला ने कहा कि मोदी-अमित शाह की चहेती प्रज्ञा ठाकुर ने 26/11 आतंकी हमले के शहीद हेमंत करकरे को देशद्रोही बता, उनके परिवार को श्राप देने का अक्षम्य अपराध किया था। उसकी उम्मीदवारी वापस लेने के बजाय मोदी ने टीवी साक्षात्कारों में प्रज्ञा ठाकुर का बचाव किया था।
'भाजपा की मूक सहमति होती है साबित'
कांग्रेस नेता ने कहा कि इससे पहले भाजपा के सांसद साक्षी महाराज ने संसद परिसर में हत्यारे गोडसे को देशभक्त बताया था। मोदी जी ने न कोई कार्रवाई की और न ही खंडन किया। क्या इससे उनकी मूक सहमति साबित नहीं होती। इसी साल बापू के 71वें बलिदान दिवस पर संघ के एक संगठन ने बापू की हत्या को फिर से चित्रित करने का घोर पाप किया। यहाँ तक कि गांधी जी के पुतले पर एयर पिस्टल से गोली चला गोडसे का महिमामंडन किया। भाजपा की यूपी सरकार मूकदर्शक बनी रही।
सुरेजावाला ने कहा कि एक और भाजपाई गोडसे का महिमामंडन करते हैं, वहीं रतलाम लोकसभा से भाजपा उम्मीदवार गुमान सिंह देश को बांटने वाले जिन्ना को इतिहास के पन्ने पलटकर देश का पहला प्रधानमंत्री बनाने की वकालत करते हैं। मोदी जी उनको दंडित करने के बजाय रतलाम जाकर उनको जिताने की अपील करते हैं।