कांग्रेस ने देश की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर मोदी सरकार को कठघरे में खड़ा किया है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि मोदी सरकार देश की आंतरिक सुरक्षा से समझौता कर रही है और जवानों के नाम पर अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने की कोशिश कर रही है।
कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने पत्रकारों से कहा कि एक साल पहले बजट के लिए संसद की कमेटी की एक रिपोर्ट पीएमओ के पास गई लेकिन इस रिपोर्ट पर कुछ नहीं किया गया। रिपोर्ट में बताया गया है कि जवानों के पास मौजूद 68 फीसदी हथियार किसी काम के नहीं हैं। रक्षा बजट चार वर्षों में लगातार घटा है। पुराने हथियारों से सैनिक मुकाबला कर रहे हैं और उनका लगातार मनोबल गिरा है। सैनिकों के नाम पर आपको वोट चाहिए, लेकिन सैनिकों की परेशानियों की सरकार को कोई चिंता नहीं है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि डोकलाम में गतिरोध हुआ और उरी में हमला हुआ। इसके बाद जो रक्षा उपकरण खरीदे गए, उनका भुगतान भी नहीं हो पा रहा है। मोदी सरकार की न नीयत साफ है, न सोच और न ही नीति। आए दिन सीमा पर हमले में हमारे जवान शहीद हो रहे हैं। जवानों के पास बजट नहीं है, ‘रेडी टू अटैक’ हथियार नहीं हैं। आधुनिकीकरण के लिए जितने बजट की मांग की जा रही है सरकार को उसे पूरा करना चाहिए।
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि पीएम मोदी मेक इन इंडिया के पैसे खुद के प्रचार में खर्च कर रहे हैं जो फेल हो गया है। प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि 2014 में भाजपा सरकार बनने के समय बड़े बड़े वादे किए गए थे। रक्षा क्षेत्र में यह वादा किया गया था लेकिन कोई वादा पूरा नहीं हुआ। उन्होंने मोदी सरकार से सवाल किया कि पुलिस सुधारों का क्या हुआ, जिसका सत्ता में आने पर मोदी ने वादा किया था?