फेसबुक मुख्यालय में एक कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अपनी मां को याद कर भावुक हो जाने और दूसरों के घरों में बर्तन साफ करने के खुलासे को कांग्रेस ने नाटकबाजी करार दिया है। कांग्रेस प्रवक्ता आनंद शर्मा ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, पीएम के कहा कि उनकी मां दूसरों के घरों के बर्तन साफ किया करती थीं। लेकिन अफसोस की बात है कि यह झूठ है। वह अपनी मां का निरादर कर रहे हैं। शर्मा ने कहा, मोदी 12 साल तक गुजरात के मुख्यमंत्री रहे, लेकिन अपने शपथ ग्रहण कार्यक्रम के दौरान मां को नहीं बुलाया। इसलिए विदेश जाकर रोने की बजाय उन्हें एक जिम्मेदार बेटा बनना चाहिए।
गौरतलब है कि फेसबुक के संस्थापक और सीईओ मार्क जुकरबर्ग के साथ टाउनहॉल प्रश्नोत्तर के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने 'दामाद' के भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाकर कांग्रेस पर भी हमला किया था। इस पर कांग्रेस के नेता आनंद शर्मा ने तीखा पलटवार करते हुए प्रधानमंत्राी की विदेश यात्राओं का खर्च उठाने वाले संगठनों की जांच कराने की मांग की है। अपनी मां से जुड़ी घटनाओं को याद करते हुए प्रधानमंत्री के भावुक हो जाने का जिक्र करते हुए शर्मा ने कहा कि अपनी विशिष्ट शैली के अनुरूप प्रधानमंत्री ने एक बार फिर बड़े-बड़े दावे करते हुए नाटकबाजी का सहारा लिया।
शर्मा ने मोदी के उस बयान पर सवाल खड़े किए कि उन्होंने बचपन में चाय बेची और उनकी मां ने उनके पालन पोषण के लिए दूसरों के घरों में काम किया। उन्होंने कहा कि मोदी के ये दावे सही नहीं हैं। बचपन में मोदी अपने चाचा की कैंटीन का काउंटर संभालने में मदद करते थे। मोदी खुद को प्रभावशाली नेता मानते हैं लेकिन आश्चर्य की बात है, वह यह सुनिश्चित क्यों नहीं करते कि उनकी मां उनके साथ ही रहें। शर्मा ने सवाल उठाया, क्या यह एक बेटे का कर्तव्य नहीं है कि वह अपनी मां की देखभाल करे। लेकिन मोदी 12 साल तक गुजरात के मुख्यमंत्री रहे और तब भी मां को अपने घर लेकर नहीं आए थे।
भ्रष्टाचार के मुद्दे पर शर्मा ने प्रधानमंत्री पर आरोप लगाया कि वह विरोधियों के खिलाफ आरोप लगाकर दोहरा मानदंड अपना रहे हैं। ललितगेट, खनन घोटाला और व्यापमं मुद्दे पर वह अपने ही मंत्रियों और मुख्यमंत्रियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। कांग्रेस इस दोहरे मानदंड की निंदा करती है।