कर्नाटक मामले पर कांग्रेस महासचिव अशोक गहलोत ने कार्यकर्ताओं को 18 मई को प्रदेश और जिला मुख्यालय पर धरना देने के निर्देश दिए हैं।
कांग्रेस महासचिव अशोक गहलोत ने सभी प्रदेश अध्यक्षों को पत्र लिखकर कहा है कि कर्नाटक में राज्यपाल ने भाजपा को सरकार बनाने का न्यौता देकर लोकतंत्र की हत्या की है। यह एक तरह से गलत परंपरा शुरू की गई है। इसी के विरोध में सभी जिला और प्रदेश मुख्यालयों पर 18 मई को धरना दिया जाए। सीनियर लीडर और प्रदेश अध्यक्ष प्रेस कांफ्रेस करें। संविधान और लोकतंत्र के सिद्धातों की रक्षा के लिए राष्ट्रपति के नाम राज्यपाल के जरिए ज्ञापन सौंपे।
इससे पहले गुरूवार को येदियुरप्पा के सीएम पद की शपथ लेने के कुछ ही देर बाद गहलोत समेत कांग्रेस पार्टी के कई वरिष्ठ नेता विरोध जताने के लिए धरने पर बैठ गए। इसमें अशोक गहलोत के अलावा गुलाम नबी आजाद, मल्लिकार्जुन खड़गे, के सी वेणुगोपाल और सिद्धरमैय्या आदि शामिल थे। कर्नाटक में तीन दिन से जारी सियासी उठा-पटक के बीच बीएस येदियुरप्पा ने गुरुवार सुबह मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली। सबसे बड़ी पार्टी भाजपा को रोकने के लिए कांग्रेस ने जेडीएस को समर्थन दिया था। एचडी कुमारस्वामी दो दिन में दो बार राज्यपाल से भी मिले थे। लेकिन गुजरात सरकार में वित्त मंत्री रह चुके और अब कर्नाटक के राज्यपाल वजुभाई वाला ने बीएस येदियुरप्पा को सरकार बनाने का न्योता दिया।