उत्तर प्रदेश में विकास दुबे एनकाउंटर को लेकर कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल लगातार सवाल उठा रहे हैं। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने विकास दुबे मामले में न्यायिक जांच की मांग की है। प्रियंका से पहले बसपा सुप्रीमो मायावती भी पूरे मामले की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में निष्पक्ष जांच की मांग कर चुकी हैं। वहीं कांग्रेस ने योगी सरकार पर भी सवाल उठाए हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इशारों-इशारों में विकास दुबे का एनकाउंटर करके कई लोगों को बचाने का आरोप लगाया है।
प्रियंका गांधी ने एक वीडियो संदेश के माध्यम से कहा, 'सारा देश देख रहा है कि भाजपा सरकार ने उत्तर प्रदेश को अपराध प्रदेश में बदल डाला है। उत्तर प्रदेश में लॉ ऐंड ऑर्डर बिगड़ चुका है। इस स्थिति में विकास दुबे जैसे अपराधी फूल रहे हैं फल रहे हैं। इनके बड़े-बड़े व्यापार हैं, खुले आम अपराध करते हैं, कोई रोकने वाला नहीं है।'
प्रियंका ने आगे कहा, 'पूरा प्रदेश इस बात को जानता है कि इनका संरक्षण राजनीति सोर्सेस से होता है। इनका काम जो सत्ता में हैं उन संरक्षक से होता है। सब देख रहे हैं और सब जान रहे हैं। अब विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद, जो 8 पुलिसकर्मी शहीद हुए हैं उनके परिवार को हम किस तरीके से भरोसा दिला सकते हैं कि उन्हें न्याय मिल रहा है।'
प्रियंका गांधी ने कहा, 'कांग्रेस पार्टी की यह मांग है कि सुप्रीम कोर्ट के सिटिंग जज द्वारा एक न्यायिक जांच हो। जो पूरे कानपुर कांड की जांच करके जो असलियत है वो जनता के सामने रखे। जिन्होंने विकास दुबे जैसे अपराधी की परवरिश की, उसे पाला-पोसा, उनकी असलियत सामने आए। जब तक असलियत सामने नहीं आएगी, राजनेता और अपराधियों के बीच सांठ-गांठ सामने नहीं आएगा, तब तक न्याय नहीं मिलेगा।'
उन्होंने आगे ट्वीट किया कि उप्र की कानून-व्यवस्था बदतर हो चुकी है। राजनेता-अपराधी गठजोड़ प्रदेश पर हावी है। कानपुर कांड में इस गठजोड़ की सांठगांठ खुलकर सामने आई। कौन-कौन लोग इस तरह के अपराधी की परवरिश में शामिल हैं- ये सच सामने आना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट के मौजूदा जज से पूरे कांड की न्यायिक जाँच होनी चाहिए।
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इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में एक शेर लिखा है। उन्होंने लिखा, 'कई जवाबों से अच्छी है ख़ामोशी उसकी, न जाने कितने सवालों की आबरू रख ली।'
इससे पहले कई विपक्षी दलों ने भी योगी सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पुलिस की ओर जारी किए गए बयान में गाड़ी के साथ हादसे वाली बात को लेकर एक ट्वीट करते हुए कहा कि 'कार पलटी नहीं है, राज़ खुलने से सरकार पलटने से बचाई गई है।'
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वहीं बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने भी इसे लेकर संदेह जताए हैं। उन्होंने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है। उन्होंने इस मामले में सीधे सुप्रीम कोर्ट के दखल की मांग करते हुए कहा है कि इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए ताकि कानपुर मुठभेड़ में जान गंवाने वाले 8 पुलिसकर्मियों के परिवारवालों को न्याय मिल सके।
गौरतलब है कि कानपुर में एक हफ्ते पहले हुई आठ पुलिसकर्मियों की हत्या का मुख्य आरोपी कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे की आज मौत हो गई है। शुक्रवार की सुबह ठीक लगभग एक हफ्ते बाद पुलिस एनकाउंटर में उसे मार गिराया गया है। इससे पहले उज्जैन में विकास दुबे की गिरफ्तारी के बाद ये सवाल उठने शुरू हो गए थे कि विकास दुबे को पुलिस ने गिरफ्तार किया या उसने खुद सरेंडर किया?