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कांग्रेस का वादा, पांच लाख रेहड़ी पटरी वालों को मिलेगा लाइसेंस

कांग्रेस निगम की सत्‍ता में आई तो पांच लाख रेहड़ी पटरी वालों को लाइसेंस देगी। इसके अलावा मजदूरों के स्वास्थ्य बीमा तथा गरीबी उन्मूलन जैसे मुद्दों पर काम करेगी। झुग्‍गी झोपड़ी वालों को उनके स्थान पर ही मकान बनाकर दिए जाएंगे।
कांग्रेस का वादा, पांच लाख रेहड़ी पटरी वालों को मिलेगा लाइसेंस

कांग्रेस की प्राथमिकता भ्रष्टाचार को रोकना होगी न कि लोगों को फ्री खैरात देना। यह दावा दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने सोमवार को अपना घोषणा पत्र जारी करते हुए किया है। इससे पहले आप व भाजपा भी कई लोक लुभावन घोषणाएं अपनी घोषणा पत्र में कर चुके हैं। कांग्रेस का दावा है कि स्वास्थ्य बीमा को पेश किया जायेगा, दिहाड़ी मजदूरों के लिए स्वास्थ्य दुर्घटना और बेरोजगारी का बीमा देगी, तीन माह तक अगर मजदूर बेरोजगार रहता है तो उसे भी एमसीडी मदद करेगा। शहरी गरीबी उन्मूलन विभाग बनाया जाएगा जो शहरी गरीबों के लिए काम करेगा। 

निर्माण मजदूरों के बैठने के लिए  बेहतर इंतजाम किए जाएंगे। घरेलू कामगार अक्‍सर उपेक्षा के शिकार रहते हैं, उनके लिए न्यूनतम मजदूरी, इनका शिकायत प्रकोष्ठ बनाने तथा तीन महीने तक बेरोजगारी भत्‍ता दिए जाने का प्रावधान किया जाएगा। दिल्ली में रेहड़ी पटरी वालों की हालत किसी से छिपी नहीं और आए दिन अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करते रहते हैं। अभी केवल 14500 रेहड़ी पर लाइसेंस है जबकि इनकी संख्‍या करीब पांच लाख है तथा सभी को लाइसेंस देने की व्यवस्था की जाएगी। इसके बदले छह सौ करोड़ रुपये रेहड़ी पटरी वालों
से टैक्‍स लिया जाएगा।

सफाई भी निगम का मुख्‍य काम है लेकिन सफाईकर्मियों को समुचित सामान नहीं मिलता जिसकी व्यवस्था की जाएगी और उनका वेतन भुगतान समय पर किया जाएगा। अनधिकृत व पुनर्वास कालोनियों के लिए दो हजार करोड़ रुपये हर साल अलग से फंड एकत्रित किया जाएगा ताकि इन कालोनियों  में विकास किया जा सके। इन कालोनियों में साफ सफाई अलग से की जाएगी।

महिला सफाई कर्मचारी के बच्चों की देख रेख के लिए एक घंटे छुट्टी होगी तथा स्कूल से पलायन रोका जाएगा। विभिन्न मदों से 52 सौ करोड़ अतिरिक्त कोष एकत्र करेंगे जिसका उपयोग गरीबों के विकास के लिए किया जाएगा। इसके लिए अलग से कोष बनाया जाएगा। टोल टैक्स से 1922 करोड़  कलेक्शन होना चाहिए लेकिन महज 300 करोड़ टोल से मिलता है।

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