कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मंगलवार को कहा कि नफरत और पूर्वाग्रह से ग्रसित विभाजनकारी विचारधाराएं एक मजबूत भारत के विकास के लिए घातक हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी विचारधाराएं कांग्रेस पार्टी के नेताओं द्वारा रखी गई मजबूत नींव को कमजोर करने की हर संभव प्रयास कर रही हैं।
पार्टी के 137वें स्थापना दिवस पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को एक संदेश में सोनिया गांधी ने कहा, "इतिहास को झूठा बनाया जा रहा है और देश की 'गंगा-जमुनी' संस्कृति को मिटाने के लिए घृणित प्रयास किए जा रहे है।" उन्होंने संकल्प लिया कि कांग्रेस मूकदर्शक नहीं रहेगी और किसी को भी देश की समृद्ध विरासत को नष्ट नहीं करने देगी।
गांधी ने कहा, "विभाजनकारी विचारधाराएं नफरत और पूर्वाग्रह से ग्रसित थी, जिनकी हमारे स्वतंत्रता आंदोलन में कोई भूमिका नहीं थी और अब वही लोग हमारे समाज के धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं। गांधी की टिप्पणी ऐसे समय में आई जब हिंदू धार्मिक नेताओं के एक वर्ग ने महात्मा गांधी को गालियां दी हैं और उनके हत्यारे नाथूराम गोडसे को सच्चाई और धर्म का प्रतीक बताया है।
सोनिया गांधी ने कहा कि वे खुद को एक महत्वपूर्ण भूमिका देने के लिए इतिहास को फिर से लिख रहे हैं, जिसके वे हकदार नहीं हैं। वे जुनून को भड़काते हैं, भय पैदा करते हैं और दुश्मनी फैलाते हैं। हमारे संसदीय लोकतंत्र की बेहतरीन परंपराओं को जानबूझकर नुकसान पहुंचाया जा रहा है। पार्टी इन "जनविरोधी साजिशों" का मुकाबला करने के लिए हर संभव बलिदान करेगी।