उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष राज बब्बर के साथ संवाददाताओं से बातचीत करते हुए पार्टी महासचिव गुलाम नबी आजाद ने कहा, हमारी नीति अभी तक अपने पैरों पर खड़े होने की है। हमने इस मुद्दे पर ज्यादा विचार नहीं किया है। उनसे पूछा गया था कि क्या 27 वर्षों से उत्तर प्रदेश की सत्ता से बाहर कांग्रेस अगले वर्ष होने वाले प्रदेश चुनाव में किसी के साथ गठबंधन करेगी।
एक अन्य सवाल के जवाब में आजाद ने कहा कि वह उत्तर प्रदेश चुनाव के लिए पहले से प्रत्याशियों की घोषणा के पक्ष में नहीं हैं। उन्होंने कहा कि बहुत पहले घोषणा करना दोधारी तलवार है जो कभी-कभी लाभप्रद होती है, लेकिन कई बार नुकसान भी पहुंचाती है।
उन्होंने कहा, जब पूरा पार्टी नेतृत्व जनता तक पहुंच रहा है :यात्राओं के माध्यम से: तो यह मुद्दा अप्रासंगिक है। उनसे कहा गया था कि उम्मीदवारों की जल्दी घोषणा से उन्हें जनता तक पहुंचने का समय मिलेगा। उत्तर प्रदेश की सत्तारूढ़ सपा में चल रही उठा-पटक के बारे में पूछने पर आजाद ने कहा कि टिकट बांटने के वक्त वह युद्ध जैसी स्थिति का अनुमान लगा रहे हैं। उन्होंने कहा, आप जो देख रहे हैं, वह सिर्फ शुरूआत है, बस देखते जाएं कि चीजें कैसे आगे बढ़ती हैं।