Advertisement

दिग्विजय के कारण गोवा में नहीं बनी थी कांग्रेस सरकार? पूर्व सीएम लुइजिन्हो फालेयरो ने लगाए आरोप

गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता लुइज़िन्हो फ़ालेयरो ने सोमवार को कहा कि वह...
दिग्विजय के कारण गोवा में नहीं बनी थी कांग्रेस सरकार? पूर्व सीएम लुइजिन्हो फालेयरो ने लगाए आरोप

गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता लुइज़िन्हो फ़ालेयरो ने सोमवार को कहा कि वह विधायक और पार्टी के प्राथमिक सदस्य के रूप में इस्तीफा दे रहे हैं और उन्होंने राज्य कांग्रेस इकाई की आलोचना की। वहीं गोवा कांग्रेस ने लुइजिन्हो फ़ालेयरो के पार्टी छोड़ने को ‘‘सुखकर’’ बताया और कहा कि अपने विधानसभा क्षेत्र में लोगों से उनका संपर्क नहीं है। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री ने दिग्विजय सिंह का नाम लिए बगैर उन पर आरोप लगाया है कि उनके कारण गोवा में कांग्रेस की सरकार नहीं बन पाई थी।

इस्तीफा पत्र में पूर्व मुख्यमंत्री ने कांग्रेस के पूर्व गोवा डेस्क प्रभारी दिग्विजय सिंह का नाम लिए बगैर आरोप लगाया कि 2017 में उन्होंने सरकार बनाने का दावा करने से रोका जबकि उनके पास विधायकों की आवश्यक संख्या थी। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘एआईसीसी के डेस्क प्रभारी ने मुझे राज्यपाल के पास जाने से रोका और कहा कि 24 विधायक साथ होने तक इंतजार करें। इस फैसले से हमारी सरकार नहीं बनी और भाजपा ने जनादेश चुरा लिया।’’ उन्होंने नाम लिए बगैर इन आरोपों को संवाददाता सम्मेलन में बार-बार दोहराया।

फ़ालेयरो ने अपने आगामी कदम के बारे में नहीं बताया मगर उनके तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में शामिल होने की संभावना है क्योंकि उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तारीफ की। ममता बनर्जी की प्रशंसा करते हुए और बिखरी हुई कांग्रेस में एकता का आह्वान करते हुए फ़ालेयरो ने संवाददाताओं से कहा कि वह गोवा में नया सवेरा लाना चाहते हैं।

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को संबोधित अपने इस्तीफे में फ़ालेयरो ने आरोप लगाया है कि पार्टी की गोवा इकाई का नेतृत्व ऐसे नेताओं की ‘‘मंडली’’ कर रही है जिनकी प्राथमिकता अपने निजी हित हैं। उन्होंने लिखा, ‘‘(गोवा कांग्रेस इकाई) नेतृत्व ऐसे नेताओं की मंडली कर रही है जिनकी प्राथमिकता निजी लाभ हैं न कि जनता। हम प्रभावी विपक्ष बनने में भी विफल रहे।’’ पत्र में उन्होंने कहा है कि ‘‘गोवा में कांग्रेस पार्टी वह दल नहीं है जिसके लिए हमने कुर्बानी दी और लड़ाईयां लड़ीं।’ इसमें कहा गया है, ‘‘इसके संस्थापक सदस्यों इंदिरा जी, राजीव जी और आपके (सोनिया गांधी) आदर्शों एवं सिद्धांतों के विपरीत काम हो रहा है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘देश के ताने-बाने को समाप्त करने वाली ताकतों के विरुद्ध राहुल गांधी जी ने भी कड़े तेवर अपना रखे हैं। बहरहाल, पार्टी की गोवा इकाई जिस बात के लिए जानी जाती थी उसका वह भौंडा मजाक भर बनकर रह गई है।’’

बता दें कि फ़ालेयरो नवेलिम विधानसभा सीट से विधायक थे। उन्हें अगले साल होने वाले राज्य विधानसभा चुनावों के मद्देनजर गोवा कांग्रेस की प्रचार समिति का प्रमुख बनाया गया था। फ़ालेयरो ने विधानसभा अध्यक्ष राजेश पाटनेकर को अपना इस्तीफा सौंपा।

उधर कांग्रेस ने लुइजिन्हो फ़ालेयरो के पार्टी छोड़ने को ‘‘सुखकर’’ बताया और कहा कि अपने विधानसभा क्षेत्र में लोगों से उनका संपर्क नहीं है। तृणमूल कांग्रेस के गोवा विधानसभा चुनाव लड़ने के बारे में कांग्रेस ने कहा कि गोवा में टीएमसी ‘‘ममता मॉडल’’ नहीं दिखती बल्कि ‘‘मोदी शाह मॉडल’’ दिखती है। कांग्रेस के गोवा डेस्क के प्रभारी दिनेश गुंडू राव ने संवाददाताओं से कहा कि टीएमसी का गोवा में आना कई सवाल उठाता है जिसके जवाब दिए जाने की आवश्यकता है।

उन्होंने कहा कि फायलेरा का इस्तीफा ‘‘सुखकर’’ है क्योंकि उनका अपने विधानसभा खेत्र में लोगों के साथ संपर्क खत्म हो गया है। फ़ालेयरो के इस्तीफे के साथ 40 सदस्यीय सदन में कांग्रेस विधायकों की संख्या घटकर चार हो गई है। 2017 के राज्य विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने 17 सीटें जीती थीं, लेकिन बाद में कई विधायकों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। पिछले पांच वर्षों में कांग्रेस के 13 विधायक भाजपा में जा चुके हैं।

 

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad