कांग्रेस पार्टी ने उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर राज बब्बर को बैठाकर तमाम अटकलों को विराम दिया है। साथ ही आज कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश चुनावों में प्रियंका गांधी की भुमिका को लेकर कोई भी प्रतिक्रिया करने से इनकार कर दिया है। हालांकि उत्तर प्रदेश के प्रभारी गुलाम नबी आजाद ने आज यह भी कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता चाहते हैं कि प्रियंका गांधी पूरे प्रदेश में प्रचार करेंं।
कांग्रेस के लिए उत्तर प्रदेश के चुनाव बेहद अहम हैं और यहां के लिए वह रणनीति भी बहुत संभल-संभल कर बना रही है। ऐसे में निर्मल खत्री के इस्तीफे के बाद राज बब्बर पर दांव लगाकर कांग्रेस ने यह साफ कर दिया है कि सांप्रदायिकता के खिलाफ एक मजबूत आवाज को सामने रखना चाहती है। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के पास सशक्त नेतृत्व का अभाव है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के रूप में एक ऐसे व्यक्ति की तलाश थी, जो तमाम धड़ों को एक कर सके। यह काम राज बब्बर के लिए बहुत भारी चुनौती साबित होगी। पूर्व पीसीसी अध्यक्ष निर्मल खत्री को स्क्रीनिंग कमेटी का चेयरमैन बना दिया गया है। मुख्यमंत्री के नाम पर चुप्पी के साथ-साथ शीला दीक्षित की भूमिका को लेकर भी खामोशी बरकरार रही।