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कर्नाटक में भाजपा ने छुड़ाए कांग्रेस के पसीने

दिग्विजय सिंह ने चुनाव आयोग से 11 जून को ही चुनाव कराने की मांग की, भाजपा रदेद कराने के फेर में, निर्दलीय को मुंबई ले जाने की खबर
कर्नाटक में भाजपा ने छुड़ाए कांग्रेस के पसीने

कांग्रेस को इस बात की चिंता सता रही है कि केंद्र सरकार राज्यसभा चुनावों को लेकर जिस तरह का खेल कर रही है, उसमें 11 जून को कर्नाटक से राज्यसभा का चुनाव निरस्त न हो जाए। इस मुद्दे पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य के प्रभारी दिगविजय सिंह ने चुनाव आयोग से मुलाकात भी की। दिग्विजय सिंह ने कहा कि टीवी चैनलों पर दिखाए जाने वाले स्टिंग ऑपरेशन के आधार पर इन चुनावों को नहीं रद्द होना चाहिए।

केंद्र सरकार ने इन राज्यसभा चुनावों में कांग्रेस के छक्के छुड़ा दिए हैं। इससे पहले कभी इस तरह की गलाकाट राजनीति राज्यसभा सीटों के चुनावों में नहीं देखी गई थी। केंद्र सरकार के मूड को भांपते हुए कांग्रेस ने आज चुनाव आयोग के सामने यह दलील दी कि कर्नाटक राज्यसभा सीटों में पैसों के लेन-देन को लेकर जो टीवी स्टिंग दिखाए जा रहे हैं, उनमें कोई सबूत नहीं मिला है। दरअसल, भाजपा 2012 झारखंड में राज्यसभा चुनावों को खारिज किए जाने के इतिहास को कर्नाटक में दोहराना चाहती। झारखंड में एक प्रत्याशी की गाड़ी में से भारी मात्रा में धन मिलने के बाद चुनाव रद्द कर दिए गए थे।

दिग्विजय सिंह का कहना है कि चुनाव टालने या रोक से खरीद फरोख्त को बढ़ावा मिलेगा। हाल ही में एक चैनल के स्टिंग ऑपरेशन में दिखाया गया था कि राज्यसभा में जीत के लिए धनबल का प्रयोग हो रहा है। इसी के बाद से भाजपा ने फिलहाल चुनाव टालने की मांग की है, तो कांग्रेस चुनाव समय पर कराने की मांग लेकर चुनाव आयोग पहुंची है।

कर्नाटक कांग्रेस के लिए बहुत अहम है क्योंकि यहां चुनाव भी होने है और भाजपा ने सारे जोर लगा रखा है। भाजपा अध्यक्ष बीएस येदुरप्पा ने भी कांग्रेस के ऊपर सीधे आक्रामक रुख अखितयार कर रखा है। उधर, खबर आ रही है कि कर्नाटक में राज्यसभा चुनाव जीतने के लिए निर्दलीय समेत 14 विधायकों को कांग्रेस मुंबई ले गई है। सूत्रों के मुताबिक मुंबई के एक होटल में  विधायकों को रखा गया है।


कर्नाटक में राज्यसभा की 4 सीटें हैं और यहां से 5 उम्मीदवार मैदान में हैं।

कांग्रेस के दिग्गजों पर दांव
जयराम रमेश (कांग्रेस)
ऑस्कर फ़र्नांडिस (कांग्रेस)
के सी राममूर्ति (कांग्रेस)
निर्मला सीतारमण (भाजपा)
बी एम फ़ारूक़ (जनता दल सेक्यूलर)
 
अड़चन कहां फंस रही है
हर उम्मीदवार को 45 वोट चाहिए
कांग्रेस खेमे में दिक्कत है कि अभी कांग्रेस के पास 45+45+32

कांग्रेस के कुल 122 विधायक+स्पीकर जो वोट नहीं दे सकता
 यानी तीसरे उम्मीदवार के लिए 13 वोटों की कमी
जनता दल सेक्यूलर के 40 विधायक
जनता दल सेक्यूलर के 5 विधायक कांग्रेस के पाले में गए
जनता दल सेक्यूलर को 10 विधायकों की ज़रूरत
 भाजपा के 44 विधायक, एक और विधायक चाहिए

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