कांग्रेस के भीतर अब प्रियंका गांधी की उत्तर प्रदेश चुनाव में भूमिका को लेकर कोई भ्रम नहीं रह गया है। तमाम नेता अब एक ही सुर-ताल में बात कर रहे हैं। और वह यह कि प्रियंका कांग्रेस के लिए उत्तर प्रदेश में चुनाव प्रचार करेंगी, हो सकता है कि पहले की तुलना में थोड़ा ज्यादा करें। यानी अभी कोई बड़ी भूमिका नहीं दी जा रही है प्रियंका को।
कांग्रेस नेताओं का यह भी मानना है कि उत्तर प्रदेश में प्रियंका गांधी के ट्रंप कार्ड को नहीं खर्च करना चाहिए। वैसे भी उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के प्रदर्शन में कोई चमत्कारिक परिवर्तन नहीं होने जा रहा है। ऐसे में अगर प्रियंका के कार्ड को ज्यादा चला और उसका असर नहीं दिखा तो यह पार्टी के लिए खतरनाक साबित होगा।
वैसे अभी भी कांग्रेस में एक खेमा यह मानता है कि इस तरह की चर्चाएं चलती रहनी चाहिए, कम से कम मार्केट में पार्टी की उपस्थिति बनी रहती है। हालांकि उत्तर प्रदेश प्रभारी गुलाम नबी आजाद इस बात से सहमत नहीं हैं। उनका मानना है कि इससे पार्टी की गंभीर छवि पर सवाल उठते हैं और पार्टी को गंभीरता से नहीं लिया जा सकता। पार्टी प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी का भी मानना है कि प्रियंका गांधी की जो भी भूमिका होगी, वह खुद तय करेंगी।