उपराज्यपाल और दिल्ली सरकार के बीच चल रहे टकराव पर मतभेद के बावजूद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने रविवार को तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी से मुलाकात की। इसे लेकर माना जा रहा है कि सत्तारूढ़ भाजपा के खिलाफ विपक्षी गठबंधन में शामिल होने में कांग्रेस की दिलचस्पी हो सकती है।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, ममता ने बंगला भवन में पटेल का गर्मजोशी से स्वागत किया, जो वहां फूल और फलों की बड़ी टोकरी लेकर पहुंचे थे।
तृणमूल कांग्रेस से जुड़े एक सूत्र ने कहा, ‘‘ ममता से अहमद पटेल की मुलाकात राजनीतिक महत्व रखती हैं क्योंकि संभावित तौर पर कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने उन्हें मुख्यमंत्री से मुलाकात के लिए कहा था। ममता भाजपा के खिलाफ सभी दलों को एकजुट करने में अग्रणी भूमिका निभा रही हैं और स्पष्ट तौर पर कांग्रेस भी इसका हिस्सा बनना चाहती है।’’
इसके साख ही कांग्रेस भाजपा और एनडीए को समूचे विपक्ष की एकजुटता का संदेश देते रहना चाहती थी। ऐसे में केजरीवाल के मुद्दे पर वह भाजपा के खिलाफ बन रही एकजुटता को किसी भी तरह पर कमजोर नहीं करना चाहती है।
गौरतलब है कि अरविंद केजरीवाल के दिल्ली के एलजी निवास पर चल हे धरने पर चार राज्यों के मुख्यमंत्रियों सहित कई विपक्षी नेताओं ने खुलकर समर्थन दे दिया। शनिवार को केजरीवाल के आवास पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू, कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी और केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने केंद्र से तुरंत 'संकट' का समाधान करने को कहा था। इसके अलावा सीपीआईएम के महासचिव सीताराम येचुरी, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी केजरीवाल को अपना समर्थन दिया है।