गुरूवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा हाथरस गैंगरेप पीड़िता के परिवार से मिलने के लिए दिल्ली से रवाना हुए। लेकिन, उनके काफिले को यमुना एक्सप्रेस-वे पर रोक दिया गया। जिसके बाद दोनों हाथरस पीड़िता से मिलने के लिए पैदल ही रवाना हो गए। लेकिन, अब राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को यूपी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। हालांकि बाद में उन्हें छोड़ दिया गया। दोनों नेताओं के गिरफ्तार किए जाने की जानकारी कांग्रेस ने दी है। पैदल जाने के दौरान पुलिस और राहुल के बीच धक्कामुक्की भी हुई, जिस कारण वो जमीन पर गिर गए। प्रियंका वाड्रा के साथ पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद हैं।
दुख की घड़ी में अपनों को अकेला नहीं छोड़ा जाता।
UP में जंगलराज का ये आलम है कि शोक में डूबे एक परिवार से मिलना भी सरकार को डरा देता है।
इतना मत डरो, मुख्यमंत्री महोदय!
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 1, 2020
राहुल गांधी ने गिरफ्तार किए जाने पर पुलिस से पूछा, मैं अकेला यहां से हाथरस जाना चाहता हूं। मुझे किस आधार पर गिरफ्तार किया जा रहा है मुझे ये बता दीजिए। जिसके बाद पुलिस ने कहा, "हम आपको यहां से आगे नहीं जाने देंगे। हम आपको अरेस्ट करते हैं। आपको धारा 188 के अंतर्गत गिरफ्तार किया जाता है।"
UP पुलिस ने @RahulGandhi को हाथरस जाने से रोकने की कोशिश की, धक्का मुक्की में वो इस तरह ज़मीन पर गिर पड़े..कुछ चोटें आईं हैं !! pic.twitter.com/xE4jCjZfx5
— Samir Abbas (@TheSamirAbbas) October 1, 2020
गौरतलब है कि हाथरस जिले में धारा 144 लागू है। जिले के बॉर्डर को सील कर दिया गया है। पांच से अधिक लोग एक जगह इकठ्ठा होने पर रोक है। जिलाधिकारी पी लक्षकार ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के जिले में पहुंचने की जानकारी से इनकार किया था। पी लक्षकार ने कहा था कि उन्हें इस बाबत कोई जानकारी नहीं है। गौरतलब है कि जिले में मीडिया के प्रवेश पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है।
इससे पहले मीडिया से बातचीत में प्रियंका गांधी उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर जमकर बरसी। उन्होंने कहा कि वो सिर्फ पीड़िता के परिवार से मिलने के लिए जा रहे हैं। यह कोई अपराध नहीं है। जो सरकार धर्म और रीति रिवाज की बात करती है। उनकी सरकार में एक पीड़िता लड़की को उसके धर्म के मुताबिक दाह-संस्कार नहीं कराया गया।
प्रियंका गांधी ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी योगी सरकार को लेनी होगी, जिस तरह से प्रदेश में महिलाओं के साथ अत्याचार हो रहें, ये बंद होने चाहिए। यही स्थिति पिछले साल भी थी। पिछले साल तकरीबन इसी समय हम उन्नाव की बेटी की लड़ाई लड़ रहे थे। प्रदेश में हर रोज 11 रेप हो रहे हैं।
इससे पहले बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी वीडियो संदेश जारी कर घटना को लेकर बीजेपी सरकार पर हमला बोला था।उन्होंने कहा था कि हाथरस की निर्भया की मृत्यु नहीं हुई है, उसे मारा गया है। उन्होंने कहा कि क्या इस देश में बेटी होना गुनाह है?
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि देश के करोड़ों लोग गुस्से में हैं। यह घटना देश के लिए एक कलंक की तरह है। उन्होंने कहा था कि एक निष्ठुर सरकार, उसके प्रशासन ने यूपी की निर्भया को मारा है। जब ज़िंदा थी तो उसकी सुनवाई नहीं हुई उसकी रक्षा नहीं हुई। उसकी मृत्यु के बाद उसे अपने घर की मिट्टी और हल्दी भी नसीब नहीं होने दी।