कांग्रेस का घोषणा पत्र जारी हो गया है। इसमें कांग्रेस की ओर से किसान, रोजगार, स्वास्थ्य और शिक्षा से जुड़े कई वादे किए गए हैं। यह घोषणा पत्र जहां पांच मुद्दों पर केन्द्रित है वहीं इन वादों के बहाने कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर भी निशाना साधा है। घोषणा पत्र जारी करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी प्रत्येक वादों के साथ प्रधानमंत्री मोदी पर तंज कसते भी दिखे।
राहुल ने घोषणा पत्र के बारे में बताते हुए कहा कि यह सच पर आधारित है। इसमें एक भी वादा झूठा नहीं है। जबकि हम हर दिन प्रधानमंत्री की ओर से बड़े पैमाने पर झूठ सुन रहे हैं।
राहुल ने घोषणा पत्र में पांच बड़े विचार होने की बात कही। आइए, जानते हैं राहुल गांधी ने अपने वादों के साथ कैसे मोदी सरकार पर हमला बोला-
पहला निशाना
राहुल ने कहा- प्रधानमंत्री ने कहा था कि 15 लाख हर बैंक अकाउंट में डालेंगे लेकिन यह झूठ था। हमने उनकी बात पकड़ी और हिंदुस्तान के भारत के 20 फीसदी गरीब परिवारों के खाते में 72,000 हजार रूपये हर साल डालने का वादा किया। उन्होंने नारा दिया 'गरीबी पर वार बहत्तर हजार'। मोदी ने नोटबंदी लागू कर भारतीय अर्थव्यवस्था की जो धज्जियां उड़ाई है वह इस योजना के जरिए पटरी पर आ जाएगी।
दूसरा निशाना
राहुल ने कहा कि मोदी ने दो करोड़ रोजगार देने की बात कही यह बात भी झूठ निकली। आज देश में रोजगार नहीं है। जबकि 22 लाख सरकारी रोजगार खाली पड़े हैं, जिसे कांग्रेस की सरकार मार्च 2020 तक भरेगी। 10 लाख युवाओं को ग्राम पंचायत में रोजगार देंगे।
तीसरा निशाना
राहुल ने कहा- आज मेक इन इंडिया में आंत्रप्रेन्योरशीप करना चाहते हैं तो आपको अलग-अलग विभागों से अनुमति लेनी पड़ती है। रिश्वत देनी पड़ती। हमने इसका समाधान निकाला है। तीन साल के लिए हिंदुस्तान के युवाओं को बिजनेस खोलने के लिए कोई अनुमति लेने की जरूरत नहीं होगी।
चौथा निशाना
राहुल ने कहा- पीएम ने मनरेगा योजना को बेकार बताया। मजाक उड़ाया। लेकिन भारत के लोग जानते हैं कि मनरेगा ने गरीबों की कितनी मदद की थी। हम मनरेगा के तहत 150 दिन रोजगार गारंची का वादा करते हैं।
पांचवा निशाना
राहुल ने कहा- करोड़पति बैंक लोन लेते हैं। अनिलअंबानी, मेहुल चोकसी और नीरव मोदी जैसे लोग चोरी करके बैंक का पैसा लेकर भाग जाते हैं। जबकि हमारे इमानदार किसान बैंक लोन लेकर पैसा वापस नहीं दे पाते हैं तो उनको जेल में डाल दिया जाता है। आपराधिक मामला माना जाता है। हमने फैसला लिया है उसे आपराधिक न मानकर सिविल अपराध माना जाएगा।
छठा निशाना
राहुल ने कहा- हम जीडीपी का 6 प्रतिशत शिक्षा में खर्च करना चाहते हैं। जिसे यूपीए शासनकाल के मुकाबले मोदी सरकार ने कमतर किया है।
सातवां निशाना
राहुल ने कहा- हेल्थकेयर में मोदी सरकार योजना लाई है जिसका मकसद देश के लोगों से पैसा लेकर बीमा के माध्यम से दस-पनद्रह उद्योगपतियों को देना है। हम प्राइवेट बीमा कंपनियों पर भरोसा नहीं कर सकते इसलिए हम सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत बनाने का काम करेंगे। गरीब व्यक्ति को भी हाई क्वालिटी अस्पताल का एक्सेस हो।
आठवां निशाना
मोदी सरकार ने देश को बांटने का काम किया, जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद की घटनाएं बढ़ रही हैं। देश की राष्ट्रीय सुरक्षा और आतंरिक सुरक्षा पर कांग्रेस का पूरा फोकस होगा।