लोकसभा चुनाव के बाद से अपने इस्तीफे को लेकर बनी असमंजस की स्थिति और अटकलों पर विराम लगाते हुए राहुल गांधी ने बुधवार को त्यागपत्र की औपचारिक घोषणा कर दी। इतना ही नहीं राहुल गांधी ने पार्टी को सुझाव दिया कि नया अध्यक्ष चुनने के लिए एक समूह गठित किया जाए क्योंकि उनके लिए यह उपयुक्त नहीं है कि इस प्रक्रिया में शामिल हों। राहुल गांधी के इस फैसले के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन ने ट्वीट करके कहा है कि राहुल गांधी का अध्यक्ष पद छोड़ना दुर्भाग्यपूर्ण है।
'कांग्रेस को एक युवा नेता की जरूरत है जो पार्टी में जान फूंक सके'
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि कांग्रेस को एक युवा नेता की जरूरत है जो पार्टी में जान फूंक सके। अमरिंदर सिंह का यह बयान राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष पद छोड़ने के बाद आया है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने जो फैसला लिया वह दुर्भाग्यपूर्ण है।
शनिवार को कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा, 'राहुल गांधी का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन इस सच का झुठलाया नहीं जा सकता है कि पार्टी को इस समय एक युवा नेता की ही जरूरत है। जो अपने हुनर, कौशल और जज्बे से पार्टी में जान फूंक सके। पार्टी को मजबूत बनाने की दिशा में काम कर सके।'
कैप्टन ने सीडब्ल्यूसी से किया ये आग्रह
उन्होंने आगे कहा, 'सीडब्ल्यूसी से मेरा आग्रह है कि युवा नेता को ही पार्टी अध्यक्ष की कमान सौंपने की दिशा में सोचें, ताकि वह जमीनी स्तर पर काम करके पार्टी को जन-जन में लोकप्रिय बनाए।'
कौन संभालेगा पार्टी की कमान नाम तय नहीं
बता दें कि काफी मनाने के बाद भी राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष पद की कमान संभालने से इंकार करते हुए इस्तीफा दे दिया। हालांकि अभी तक कोई नाम नहीं तय हो पाया है कि कांग्रेस की अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी कौन संभालेगा।
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद 25 मई को हुई पार्टी कार्य समिति की बैठक में राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश की थी। हालांकि कार्य समिति के सदस्यों ने उनकी पेशकश को खारिज करते हुए उन्हें आमूलचूल बदलाव के लिए अधिकृत किया था। इसके बाद से गांधी लगातार इस्तीफे पर अड़े हुए थे। हालांकि पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने उनसे आग्रह किया था कि वह कांग्रेस का नेतृत्व करते रहें।