कांग्रेस ने बैंक ऑफ बड़ौदा द्वारा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद और अभिनेता सनी देओल के बंगले की ई-नीलामी संबंधी नोटिस को कथित तौर पर वापस लिए जाने को लेकर सोमवार को सवाल खड़े किए।
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने पूछा कि आखिर ‘तकनीकी कारणों’ का हवाला देने के लिए बैंक को किसने प्रेरित किया?
रमेश ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, “कल दोपहर को देश को पता चला कि बैंक ऑफ बड़ौदा ने भाजपा सांसद सनी देओल के जुहू स्थित आवास को ई-नीलामी के लिए रखा है, क्योंकि उन्होंने बैंक को 56 करोड़ रुपये का भुगतान नहीं किया है। आज सुबह 24 घंटे से भी कम समय में देश को पता चला कि बैंक ऑफ बड़ौदा ने ‘तकनीकी कारणों’ से नीलामी नोटिस वापस ले लिया है।”
उन्होंने सवाल किया, “आखिर इन ‘तकनीकी कारणों’ का हवाला देने के लिए किसने प्रेरित किया?”
बैंक ऑफ बड़ौदा ने 56 करोड़ रुपये की वसूली के लिए सनी देओल की संपत्ति को नीलामी के लिए रखा था। यह नीलामी 25 अगस्त को ऑनलाइन माध्यम से की जानी थी। खबरों के अनुसार, सनी देओल के बंगले की ई-नीलामी के नोटिस को वापस ले लिया गया है।