कांग्रेस का सेवा दल आगामी विधानसभा चुनावों और लोकसभा चुनाव में पार्टी के पक्ष में बड़े पैमाने पर उतरने की तैयारी में है और इसके लिए वह अपने कार्यकर्ताओं को अगले महीने 'विशेष प्रशिक्षण' देने जा रहा है।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, सेवा दल के 'विशेष प्रशिक्षण' में शामिल होने वाले कार्यकर्ताओं को चुनावी प्रबंधन, ज्वलंत मुद्दों, कांग्रेस की नीतियों एवं चुनावी वादों तथा मोदी सरकार एवं संबंधित राज्य सरकारों की 'विफलताओं' के बारे में बताया जाएगा।
प्रशिक्षित लोग मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में होने जा रहे विधानसभा चुनावों तथा अगले साल होने जा रहे लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए 'डोर टू डोर' और बूथ स्तर पर प्रचार करेंगे।
सेवा दल के मुख्य संगठक लालजी भाई देसाई ने कहा, 'अक्टूबर की शुरुआत में कार्यकर्ताओं को चुनाव के लिए प्रशिक्षित करने का हमारा कार्यक्रम शुरू होने जा रहा है। हम अलग-अलग चरणों में सेवा दल के कार्यकर्ताओं के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करेंगे। प्रशिक्षित कार्यकर्ता आगामी चुनाव में कांग्रेस के लिए बूथ स्तर पर और डोर टू डोर प्रचार करेंगे।' सेवा दल ने मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में 83 ऐसी सीटों को चिह्नित किया है जहां उसका प्रचार अभियान मुख्य रूप से केंद्रित होगा। ये वे सीटें हैं जहां पिछले पांच-छह बार से कांग्रेस हार रही है और भाजपा या कुछ अन्य दलों के दिग्गज चुनावी मैदान में होते हैं।
देसाई ने कहा, ‘‘83 सीटों पर हम मुख्य रूप से प्रचार अभियान चलाएंगे। वैसे, हमारे लोग चुनावी राज्यों के हर क्षेत्र में प्रचार करेंगे।’’
सेवा दल ने मध्य प्रदेश में ‘डोर टू डोर’ प्रचार के लिए 30 सीटों का चयन किया है उनमें पूर्व मुख्यमंत्री बाबू लाल गौर की सीट गोविंदपुरा (भोपाल) और ग्रामीण विकास मंत्री गोपाल भार्गव की सीट रेहली (सागर) शामिल हैं।