Advertisement

प्रमुख सचिव पर घूसखोरी का आरोप, कांग्रेस का तंज- 'न खाऊंगा, न खाने दूंगा' का क्या हुआ मोदी जी?

अलग-अलग मुद्दों को लेकर लगातार केंद्र की बीजेपी सरकार खासकर पीएम नरेंद्र मोदी पर हमला बोलने वाली...
प्रमुख सचिव पर घूसखोरी का आरोप, कांग्रेस का तंज- 'न खाऊंगा, न खाने दूंगा' का क्या हुआ मोदी जी?

अलग-अलग मुद्दों को लेकर लगातार केंद्र की बीजेपी सरकार खासकर पीएम नरेंद्र मोदी पर हमला बोलने वाली कांग्रेस पार्टी ने एक बार फिर पीएम को घेरा है। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के प्रमुख सचिव शशि प्रकाश गोयल पर लगे घूसखोरी के आरोपों को लेकर कांग्रेस ने तंज कसते हुए सवाल किया, 'न खाऊंगा, न खाने दूंगा' का क्या हुआ मोदी जी?

कांग्रेस ने शुक्रवार को इस मामले पर केंद्र सरकार को घेरते हुए ट्वीट किया, 'न खाऊंगा, न खाने दूंगा' का क्या हुआ मोदी जी? आपके योगी जी तो अपने प्रमुख सचिव के भ्रष्टाचार की जांच के लिए माननीय राज्यपाल के अनुरोध पर भी ध्यान नहीं दे रहे हैं! कांग्रेस ने इस पोस्ट के साथ ही इस मामले से जुड़ी एक खबर भी साझा की है।

'पहले भ्रष्टाचार मुक्त भारत की औऱ अब भयमुक्त भ्रष्टाचार की बात करती है BJP'

वहीं, कांग्रेस के शक्ति सिंह गोहिल ने एक प्रेसवार्ता कर इस मामले को ‘भयमुक्त भ्रष्टाचार’ करार दिया है। उन्होंने कहा कि सत्ता में आने से पहले भाजपा ‘भ्रष्टाचार मुक्त भारत’ की बात करती थी लेकिन अब शासन में आने के बाद ये ‘भयमुक्त भ्रष्टाचार की बात करती है यानी भ्रष्टाचार करो लेकिन डरो मत।

इस दौरान अभिषेक गुप्ता नाम के शिकायतकर्ता द्वारा गवर्नर राम नाईक को लिखे गए पत्र को पढ़ते हुए गोहिल ने कहा कि गुप्ता के लेटर के बाद गवर्नर ने मामले की जांच के लिए मुख्यमंत्री जी को लेटर भेजा लेकिन जांच में जिसके खिलाफ ये आरोप लगे हैं उस पर कोई कार्रवाई न करते हुए शिकायतकर्ता को किसी ऑडियो क्लिप के आधार पर जेल में डाल दिया गया।

भाजपा का नारा है भयमुक्त भ्रष्टाचार: कांग्रेस 

प्रशासन की तरफ से की गई इस तरह की कार्रवाई से ये साफ है कि भाजपा लोगों में भय फैलाना चाहती है ताकि भाजपा के भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कोई आवाज न उठा सके और अगर आवाज उठाए भी तो वो जेल में जाना चाहिए। भाजापा का नारा है भयमुक्त भ्रष्टाचार।

25 लाख रुपये घूस लेने का आरोप

दरअसल, योगी आदित्यनाथ के प्रमुख सचिव शशि प्रकाश गोयल पर 25 लाख रुपये घूस लेने का गंभीर आरोप लगा है। मामला मुख्यमंत्री कार्यालय से जुड़ा होने के कारण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुख्य सचिव को तथ्यात्मक रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं।

शिकायतकर्ता ने गवर्नर को लिखी चिट्ठी

लखनऊ के इंदिरानगर निवासी अभिषेक गुप्ता ने राज्यपाल को भेजे पत्र में मुख्यमंत्री के मुख्य सचिव एसपी गोयल पर हाल ही में 25 लाख की रिश्वत मांगने का आरोप लगाया था। अभिषेक गुप्ता ने हरदोई जिले की संडीला तहसील केरैसो गांव में पेट्रोल पंप की स्थापना के लिए मुख्य मार्ग की चैड़ाई कम होने के कारण आवश्यक भूमि उपलब्ध कराने की मांग की थी। उनका आवेदन नियमानुसार न होने के कारण खारिज कर दिया गया था। अभिषेक ने राज्यपाल से शिकायत की थी कि मुख्यमंत्री के एक अधिकारी ने उनसे 25 लाख रुपये की मांग की थी। रिश्वत न देने पर उनके प्रत्यावेदन पर निर्णय नहीं हो पाया है। राज्यपाल राम नाईक ने इस मामले में समुचित कार्यवाही के लिए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था।

अखिलेश ने की सीबीआई जांच कराने की मांग

वहीं, भाजपा प्रदेश मुख्यालय प्रभारी की तहरीर पर मुकदमा दर्ज करते हुए पुलिस ने पीड़ित को हिरासत में ले लिया है। मामले में सपा मुखिया अखिलेश यादव ने सीबीआई जांच कराने की मांग की है।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad