उन्नाव और कठुआ में हुए बलात्कारों के विरोध में कांग्रेस देश भर में कैंडल मार्च निकालने की तैयारी कर रही है। पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को अपने-अपने राज्य की राजधानियों में कैंडल मार्च करने को कहा है।
गौरतलब है कि केंद्र की मोदी सरकार में महिलाओं की असुरक्षा को लेकर राहुल गांधी ने गुरुवार रात 12 बजे इंडिया गेट पर मिडनाइट कैंडल मार्च निकाला था। इस मार्च में राहुल गांधी के अलावा प्रियंका गांधी, रॉबर्ट वाड्रा, निर्भया के माता-पिता, कांग्रेस नेता अशोक गहलोत और दिगविजय सिंह समेत कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। साथ ही यहां सैकड़ों की संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ता भी इंडिया गेट पहुंचे। अब इसी तर्ज में विरोध को गति देते हुए कांग्रेस ने यह फैसला लिया है।
On the instructions of Congress President Rahul Gandhi, party members will hold candlelight march at capitals of all the states against #Kathua & #Unnao rape cases pic.twitter.com/FfecSy5oLi
— ANI (@ANI) April 13, 2018
क्या है कठुआ रेप मामला?
जम्मू-कश्मीर के कठुआ में आठ साल की बच्ची के रेप और हत्या के तीन महीने बाद इस घटना को लेकर देशभर में हंगामा हो रहा है। पुलिस की अपराध शाखा ने सोमवार को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में 15 पेज का आरोपपत्र दाखिल किया। इसमें इस बात का खुलासा हुआ है कि बकरवाल समुदाय की इस बच्ची का अपहरण, बलात्कार और उसकी हत्या इलाके से इस अल्पसंख्यक समुदाय को हटाने की एक सोची-समझी साजिश का हिस्सा थी। कथित तौर पर आठ साल की इस बच्ची को रासना गांव में देवीस्थान मंदिर में कई दिनों तक बंधक बनाकर रखा गया और सेवादार समेत कई लोगों ने कई बार उसका बलात्कार किया। इस खुलासे के बाद जहां इसे साम्प्रदायिक रंग देने की कोशिश की जा रही है, वहीं इस पर लगातार राजनीति भी की जा रही है।
क्या है उन्नाव मामला?
उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले की एक युवती भाजपा के विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर बलात्कार का आरोप लगा रही है। मामला पिछले साल 4 जून, 17 का बताया है। जब युवती की मां ने विधायक कुलदीप सिंह सेंगर सहित कुछ लोगों के खिलाफ रेप की शिकायत की थी। हाल ही में जब बीते 3 अप्रैल को विधायक के भाई अतुल ने मुकदमा वापस लेने का दबाव बनाया, तब 8 अप्रैल (रविवार) को पीड़िता ने परिवार समेत मुख्यमंत्री आवास के बाहर आत्मदाह का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया था। 9 अप्रैल को पीड़िता के पिता की पुलिस हिरासत में मौत हो गई। अब इस मामले में विधायक के खिलाफ एफआईआर हो गई है। इसके साथ ही राज्य सरकार ने मामले को सीबीआई को सौंपने का निर्णय लिया है। हालांकि आरोपी विधायक की गिरफ्तारी को लेकर बवाल मचा हुआ है।
भाजपा ने उठाए सवाल..
राहुल के कैंडल मार्च पर भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी ने सवाल उठाते हुए कहा कि क्यों अन्य बलात्कार पीड़ितों के लिए कैंडल मार्च नहीं निकाला गया। उन्होंने विपक्ष को घेरते हुए कहा कि आप इनकी योजना देखिए, पहले 'अल्पसंख्यक अल्पसंख्यक' चिल्लाओ, फिर 'दलित दलित', और अब 'महिला महिला'। ...फिर राज्य सरकारों की सख्त कार्यवाई की अनदेखी करते हुए राज्य के मुद्दों पर केंद्र पर किसी तरह से दोष लगाने का प्रयास करो।