कांग्रेस पार्टी केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ सोमवार को देशव्यापी विरोध प्रदर्शन कर रही है। पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में सरकार की नाकामी, संसद की कार्यवाही ठप होने और दलितों पर अत्याचार के खिलाफ कांग्रेस धरना प्रदर्शन और अनश्ान कर रही है।
इस दौरान राहुल गांधी का राजघाट परिसर में एक दिवसीय अनशन शुरु हो गया है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी देश में सांप्रदायिक सौहार्द और शांति को बढ़ावा देने के लिए सभी राज्य और जिला मुख्यालयों में एकदिवसीय अनशन करने का फैसला लिया है।
राहुल गांधी समेत अन्य कांग्रेसी नेताओं ने महात्मा गांधी समाधि स्थल पर श्रद्धाजंलि अर्पित कर अनशन की शुरुआत की। कार्यक्रम स्थल में मल्लिकार्जुन खड़गे, शीला दीक्षित, अशोक गहलोत, अजय माकन समेत कांग्रेस के कई बड़े नेता मौजूद हैं।
Congress President Rahul Gandhi with senior Congress leaders Mallikarjun Kharge, Sheila Dikshit, Ashok Gehlot and Ajay Maken at Rajghat, where the Congress party is staging a protest and hunger strike over atrocities on Dalits. pic.twitter.com/ERxkUzvBIk
— ANI (@ANI) April 9, 2018
Delhi: Congress president Rahul Gandhi arrives at Rajghat, where the Congress party is staging a protest and hunger strike over atrocities on Dalits. pic.twitter.com/2rQQqzN58Y
— ANI (@ANI) April 9, 2018
मंच से टाइटलर और सज्जन हटाए गए
राजधानी दिल्ली में राजघाट पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के पहुंचने से पहले ही कांग्रेस नेता जगदीश टाइटलर और सज्जन कुमार को वहां से वापस भेज दिया गया है। बता दें कि जगदीश टाइटलर और सज्जन कुमार 1984 में हुए सिख दंगों के आरोपी हैं।
Sources say JD Tytler & Sajjan Kumar were asked to leave Rajghat, where the Congress party is staging a protest and hunger strike over atrocities on Dalits. #Delhi pic.twitter.com/HDlodke0GJ
— ANI (@ANI) April 9, 2018
To protect & promote communal harmony-and against the ‘caste violence’;
Kindly join ‘Sarvjanik Upvas’ at Raj Ghat on 9th April from 11 AM to 4 PM.@RahulGandhi ji also, has kindly consented to be a part of the ‘Upvas’ pic.twitter.com/qWCevtt9Bd
— Ajay Maken (@ajaymaken) April 8, 2018
देशभर में अनशन-धरना
दिल्ली में जहां राहुल गांधी और प्रदेश कांग्रेस के प्रमुख अजय माकन पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ सीबीएसई पेपर लीक, पीएनबी घोटाले, कावेरी मुद्दे, आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने और दलितों के खिलाफ हो रहे हमले जैसे अहम विषयों पर संसद में चर्चा कराने में केंद्र सरकार की नाकामी के खिलाफ धरना दे रहे हैं। वहीं एआईसीसी के महासचिव प्रभारी (संगठन) अशोक गहलोत ने इस बारे में सभी पीसीसी प्रमुखों, महासचिवों, प्रभारियों और कांग्रेस विधायक दलों के नेताओं को चिट्ठी भेज कर उपवास के आयोजन के लिए कहा है।
भाजपा भी करेगी उपवास
इधर भाजपा ने भी यह घोषणा की है कि संसद में गतिरोध के विरोध में 12 अप्रैल को उसके सभी सांसद एक दिन का उपवास रखेंगे।