मणिपुर में सोमवार को ताजा हिंसा का मामला सामने आने के बाद हालात फिर चिंताजनक है। अब इसपर राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने कहा है कि कोराेना संक्रमण तो केवल मनुष्य के शरीर को नुकसान पहुंचाता है लेकिन "सांप्रदायिक संक्रमण" राजनीतिक शरीर को प्रभावित करता है। इसके राजनीतिक लाभांश तो अस्थायी होते हैं लेकिन निशान स्थायी होते हैं।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पूर्वी इंफाल जिले में सोमवार को एक पूर्व विधायक सहित चार हथियारबंद लोगों द्वारा लोगों को अपनी दुकानें बंद करने के लिए मजबूर करने के बाद भीड़ ने दो घरों में आग लगा दी। इसके बाद मंगलवार को सिब्बल ने ट्वीट किया, "मणिपुर फिर जल रहा है। पहले ही 70 लोगों की मौत हुई, 200 घायल ही चुके हैं। कोरोना संक्रमण केवल इंसानी शरीर को प्रभावित करता है मगर सांप्रदायिक संक्रमण राजनीतिक शरीर को बिगड़ता है।"
सिब्बल ने कहा, "यदि सांप्रदायिक संक्रमण फैलता है तो उसके प्रभाव भयंकर होंगे। इसके राजनीतिक लाभांश तो अस्थायी होते हैं लेकिन घाव स्थायी होते हैं।" गौरतलब है कि मणिपुर में हिंसा के लिए विपक्ष लगातार केंद्र और राज्य सरकार पर निशाना साधने का काम कर रहा है। अब ताजा हिंसा की घटना सामने आई है। हालांकि, इस मामले में जानमाल के नुकसान की जानकारी अबतक नहीं मिली है।
वर्तमान में आर्मी और असम राइफल्स के दस हजार जवान राज्य में तैनात हैं। आपको याद दिला दें कि मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति (एसटी) श्रेणी में शामिल करने की मांग के विरोध में छात्रों के एक संगठन ने ‘आदिवासी एकता मार्च' का आयोजन किया था। इसके दौरान ही आदिवासी और गैर आदिवासी गुटों के बीच हुई हिंसा हुई।