राजधानी दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी अरविंद केजरीवाल की सरकार पर जबरदस्त तरीके से हमलावर है। भाजपा ने एक बार फिर से दावा किया है कि दिल्ली में कई बड़े घोटाले हुए हैं। भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने आज पार्टी कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन करके दिल्ली की केजरीवाल सरकार पर कई बड़े आरोप लगाए हैं।
भाजपा ने बुधवार को दिल्ली सरकार पर अपने भ्रष्टाचार के उजागर होने के डर से आरटीआई अधिनियम के तहत प्रश्नों का जवाब देने से बचने का आरोप लगाया।
भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने केंद्रीय सूचना आयुक्त उदय माहूरकर द्वारा दिल्ली के उपराज्यपाल को लिखे एक पत्र का हवाला देते हुए दावा किया कि दिल्ली सरकार पारदर्शिता और जवाबदेही से भाग रही है, क्योंकि दिल्ली सरकार का हर विभाग भ्रष्टाचार में डूबा है।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि केजरीवाल सरकार ने गवर्नमेंट से लाभ प्राप्त निजी अस्पतालों द्वारा गरीबों को अनिवार्य उपचार प्रदान करने के संबंध में दायर एक आरटीआई के प्रश्नों को जवाब देने मना कर दिया। उन्होंने कहा कि सरकार ने बिजली वितरण कंपनियों से जुड़े सवालों का भी जवाब नहीं दिया गया है।
22 सितंबर को सक्सेना को लिखे एक पत्र में माहूरकर ने दावा किया कि सार्वजनिक निर्माण, राजस्व, स्वास्थ्य और बिजली सहित दिल्ली सरकार के विभिन्न विभागों और डीएसआईआईडीसी ने आरटीआई अधिनियम 2005 के तहत पारदर्शिता और जवाबदेही के सिद्धांतों की अवहेलना की है।
उपराज्यपाल सचिवालय ने आयुक्त के पत्र के आलोक में दिल्ली के मुख्य सचिव को जल्द से जल्द सुधारात्मक कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
केजरीवाल सरकार ने भाजपा पर पलटवार करते हुआ कि आयुक्त का पत्र भाजपा के इशारे पर लिखा गया था और आरोप लगाया कि केंद्रीय सूचना आयोग गंदी राजनीति में लिप्त है।