लोकसभा चुनाव राहुल गांधी की अगुवाई में लड़ा गया था। उस समय भी हार के बाद राहुल गांधी का बचाव किया गया। और इस बार भी उन पर किसी तरह की ऊंगली नहीं उठाई गई है। सूत्रों के अनुसार इस बार तो पार्टी के नेताओं ने राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने की मांग कर डाली है। नेताओं ने कहा कि अब समय आ गया है जब पार्टी की कमान पूरी तरह राहुल गांधी को सौंप दी जाए। देश में अब कांग्रेस के पास बड़े राज्यों में सिर्फ कर्नाटक बचा है। वर्तमान मे देश के सिर्फ 6 प्रतिशत हिस्से पर कांग्रेस की सत्ता है। कांग्रेस और उनके सहयोगियों की सत्ता भारत के 29 राज्यों में से सिर्फ 7 में रह गई है, जिनमें से छह में वर्ष 2018 से पहले ही चुनाव होने हैं। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में राहुल के नेतृत्व में पार्टी को इतिहास की सबसे बुरी हार मिली थी। लोकसभा में उन्हें सिर्फ 44 सीट मिली थी। उसके बाद भी पार्टी ने कोई बड़ा कदम नहीं उठाया। आैर अब इस हार के बाद किसी विशेष रणनीति से संगठन को मजबूती देने की दिशा में कोई विशेष कदम उठाने की बजाय राहुल को अध्यक्ष बनाने की मांग उठी है।