बुधवार को मथुरा के दीनदयाल धाम में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और आरएसएस के सर सह कार्यवाह दत्रातेय होसबोले के बीच इस मुद्दे पर करीब एक घंटे चली मीटिंग में हालांकि कुछ सीटों पर सहमति बनने की बात कही जा रही है और दीपावली से पहले प्रत्याशियों के नामों की पहली सूची जारी की जा सकती है। नवरात्र में पहली सूची नहीं आने के पीछे भाजपा और संघ के बीच प्रत्याशियों के चयन को लेकर मनमुटाव बताया जा रहा है। कुछ सीटों पर पार्टी द्वारा चुने गए उम्मीदवारों के खिलाफ संघ की नाराजगी का मामला हाईकमान पहुंच गया है। संघ के स्थानीय नेताओं का कहना है कि कई सीटों पर ऐसे लोगों को प्रत्याशी बनाने की कवायद हो रही है जो संगठन के प्रति निष्ठावान नहीं है। संघ से उनका कभी कोई वास्ता नहीं रहा है।
बुधवार को इस मसले में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, आरएसएस के सर सह कार्यवाह दत्रातेय होसबोले, राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) रामलाल, राष्ट्रीय सहमहामंत्री (संगठन) शिवप्रकाशऔर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य के बीच दीनदयाल धाम में मंथन चला। इस मीटिंग को हालांकि पार्टी के लोग केवल चाय पार्टी बता रहे हैं लेकिन सूत्रों का कहना है कि जिन सीटों पर प्रत्याशियों के चयन को लेकर घमासान मचा है उन पर सहमति बनाने की कोशिश की गई है। इनमें पश्चिमी उत्तर प्रदेश, ब्रज क्षेत्र, अवध और बुंदेलखंड की सीटें हैं। पार्टी नेताओं का कहना है कि करीब 100 सीटों पर प्रत्याशी तय कर लिए गए हैं। दीपावली से पहले इनके नाम का एलान हो जाएगा।
यूपी में टिकट बंटवारे पर भाजपा और संघ में अनबन
ऐसा लगता है कि यूपी में भाजपा को जिताने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता और इसलिए वहां टिकट बंटवारे में संघ पूरी तरह पार्टी के मामलों में हस्तक्षेप कर रहा है। बताया जा रहा है कि पार्टी द्वारा कई सीटों पर चुने गए उम्मीदवारों से संघ के स्थानीय अधिकारी खुश नहीं हैं और इसलिए पार्टी नवरात्रों में अपनी पहली सूची जारी नहीं कर पाएगी। बताया जा रहा है कि अब दीवाली तक पार्टी अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी करेगी।
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