कांग्रेस की मणिपुर इकाई के अध्यक्ष केशम मेघचंद्र ने शुक्रवार को दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के भीतर नेतृत्व संकट और मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार पर आम सहमति न बन पाने के कारण राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाना पड़ा।
मेघचंद्र ने कहा कि भाजपा के केंद्रीय नेताओं ने हिंसाग्रस्त राज्य की जमीनी स्थिति को ‘‘आखिरकार समझना शुरू कर दिया है।’’
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुख्यमंत्री के इस्तीफे के बाद नेतृत्व संकट और भाजपा के भीतर (नए मुख्यमंत्री के चयन पर) मतभेद के कारण राष्ट्रपति शासन लगाना पड़ा।’’
मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह के पद से इस्तीफा देने के कुछ दिन बाद बृहस्पतिवार को मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लगाया गया और विधानसभा को निलंबित कर दिया गया।
मेघचंद्र ने कहा, ‘‘अब पूरी जिम्मेदारी प्रधानमंत्री पर है... उम्मीद है कि (प्रधानमंत्री नरेन्द्र) मोदी अब सरकार की कार्य के प्रति निष्क्रियता पर गौर करेंगे और राज्य में संकट का समाधान करना शुरू करेंगे।’’ उन्होंने कहा कि मणिपुर की क्षेत्रीय और प्रशासनिक अखंडता की रक्षा का दायित्व केंद्र सरकार पर है।