भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की रविवार को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई। इसमें 2022 में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव, जम्मू कश्मीर, आर्टिकल 370, किसान, पश्चिम बंगाल में चुनावी हिंसा को लेकर चर्चा हुई। बंगाल में भाजपा कार्यकर्ताओं की मौत को लेकर प्रस्ताव भी पास हुआ। इसके अलावा यूपी, पंजाब, गोवा, मणिपुर और उतराखंड के चुनाव को लेकर प्रेजेंटेशन दिया गया। बैठक में 100 करोड़ वैक्सीनेशन पर भाजपा नेताओं ने पीएम मोदी को सम्मानित भी किया।
इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, धर्मेंद्र प्रधान, निर्मला सीतारमण, एस जयशंकर, अनुराग ठाकुर, मुख्तार अब्बास नकवी, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ आदि नेताओं ने हिस्सा लिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दौराना उन्होंने कहा कि सेवा ही सबसे बड़ी पूजा है। उन्होंने कहा इस कोरोना काल में कार्यकर्ताओं ने सेवा की नई संस्कृति की शुरुआत की है।
इससे पहले बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने उत्तर प्रदेश और पंजाब समेत पांच राज्यों में अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनावों में पार्टी के पक्ष में माहौल तैयार करने और संगठन को मजबूत बनाने के लिए कुछ लक्ष्य निर्धारित किए। जेपी नड्डा ने दावा किया कि पार्टी पिछले सात सालों से केंद्र की सत्ता में है और पूरब से लेकर पश्चिम तथा उत्तर से लेकर दक्षिण तक कई राज्यों में उसकी सरकारें भी हैं, लेकिन उसका उत्कर्ष आना अभी बाकी है।
नड्डा ने सिखों को भी साधने का प्रयास किया और इस कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की ओर से उठाए गए विभिन्न कदमों को उल्लेख किया, जिनमें 1984 के दंगों के आरोपियों को सजा दिलाने, गुरुद्वारों को विदेशों से मिलने वाली वित्तीय सहायताओं की व्यवस्था करना और लंगर सेवा को जीएसटी के दायरे से बाहर रखना शामिल है।
केंद्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा कि कार्यकारिणी ने कोविड-19 महामारी के दौरान देश को ‘‘कुशल नेतृत्व’’ देने और 80 करोड़ से अधिक गरीब जनता को मुफ्त अनाज की सुविधा मुहैया कराने के लिए सराहना की। उन्होंने बताया कि नड्डा ने इसे मानव इतिहास का सबसे बड़ा अनाज कार्यक्रम करार दिया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भाजपा सरकार के फैसलों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा, पूरी दुनिया में जो वैक्सीनेशन का सराहनीय काम भारत में हुआ।