खनन माफिया जनार्दन रेड्डी की बेटी की हाल में ही शादी हुई है जो कि खर्चों को लेकर अंतरराष्ट्रीय सुर्खियों में छा गई थी। अब इस मामले में नया मोड़ उस समय आया जब एक सरकारी अधिकारी का ड्राइवर केसी रमेश, मांडया जिले के मड्डूर में एक लॉज में मृत पाया गया। ड्राइवर रमैया ने सुसाइड नोट में दावा किया है कि जिस अधिकारी का वह ड्राइवर था उसने रेड्डी की बेटी की शादी के पहले उनके करोड़ों रुपये के काले धन को सफेद करने में मदद की थी। रमेश उस सरकारी अधिकारी का ड्राइवर था जिसने सुसाइड नोट के मुताबिक रेड्डी के मनी लॉंड्रिंग के काम में मदद की थी। रमेश ने पत्र में आरोप लगाया है कि इस राज को जानने की वजह से उसे कई दिनों से मानसिक रुप से प्रताड़ित किया जा रहा था और जान से मारने की धमकी दी जा रही थी। उसने सुसाइड नोट में लिखा कि उसे पता था कि रेड्डी 100 करोड़ रुपये के कालेधन को सफेद कर रहे हैं। ड्राइवर के अनुसार रेड्डी और वह अधिकारी मिलकर उसका मानसिक शोषण करते थे। रमेश भूमि अधिग्रहण अधिकारी भीमा नायक का ड्राइवर था।
ड्राइवर रमेश ने लिखा कि भीमा को पैसा बदलने के बदले 20 प्रतिशत मिला था। उसके अनुसार रेड्डी ने सारा पैसा अपनी बेटी की शादी में लगा दिया। नोट में रमेश ने दावा किया कि शादी से पहले रेड्डी और भाजपा सासंद श्रीमल्लू भीमा से मिलने बैंगलूरू के एक पांच सितारा होटल में कई बार मिलने गए। रमेश ने लिखा है कि 20 प्रतिशत हिस्से के अलावा भीमा नाइक कर्नाटक के 2018 में होने वाले चुनाव में टिकट भी पाना चाहता था। गौरतलब है कि पिछले महीने हुई रेड्डी की बेटी की शादी बेहिसाब खर्चों को लेकर मीडिया की सुर्खियों में छा गई थी। शादी में कांग्रेस और भाजपा के कई बड़े नेता शामिल हुए थे। बताया जाता है कि 50 हजार अतिथियों ने शादी में शिरकत की थी और सैंकड़ों करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान व्यक्त किया गया था। नोटबंदी के बाद जहां नकद के लिए पूरे देश में अफरा-तफरी मची हुई है वहीं रेड्डी द्वारा इतनी बड़ी रकम के बंदोबस्त पर सवाल खड़े किए जा रहे थे। जिसके बाद आयकर विभाग ने रेड्डी को इस संबंध में नोटिस भी भेजा था।