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वंदे मातरम को लेकर दिए गए बयान पर गिरिराज सिंह को चुनाव आयोग का नोटिस

चुनाव आयोग ने अल्‍पसंख्‍यक समुदाय की ओर इशारा करते एक बयान को लेकर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को...
वंदे मातरम को लेकर दिए गए बयान पर गिरिराज सिंह को चुनाव आयोग का नोटिस

चुनाव आयोग ने अल्‍पसंख्‍यक समुदाय की ओर इशारा करते एक बयान को लेकर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को नोटिस जारी किया है और  उनसे 24 घंटे में जवाब मांगा है। गिरिराज सिंह बिहार की बेगूसराय सीट से भाजपा उम्मीदवार हैं। वह पहले भी अपने कई बयानों के कारण विवादों के घेरे में आ चुके हैं। उनके सामने सीपीआई के टिकट पर कन्हैया कुमार चुनावी मैदान में हैं।

गिरिराज सिंह पर आरोप है कि उन्‍होंने 24 अप्रैल को बेगूसराय में एक जनसभा में कहा था, 'जो वंदे मातरम नहीं कह सकता वो मातृभूमि की पूजा नहीं कर सकता। हमारे बाप-दादा गंगा किनारे मरे और उन्‍हें कोई कब्र की जरूरत नहीं पड़ी, लेकिन आपको तीन हाथ जमीन चाहिए। अगर आप ऐसा नहीं करते तो देश माफ नहीं करेगा।' भाजपा नेता ने जब यह टिप्पणी की थी उस समय मंच पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और बिहार के उप-मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी भी मौजूद थे।

दर्ज किया था केस

केंद्रीय मंत्री के इस भाषण के बाद इसे आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए बेगूसराय में एक केस दर्ज किया गया था। जिला निर्वाचन अधिकारी ने गिरिराज के खिलाफ जनप्रतिनिधित्व कानून के तहत एफआईआर दर्ज कराई। गिरिराज सिंह बिहार की बेगूसराय सीट से बीजेपी के कैंडिडेट हैं और वह पहले भी अपने कई बयानों के कारण विवादों के घेरे में आ चुके हैं।

लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के तहत बिहार में समस्तीपुर, बेगूसराय, मुंगेर, उजियारपुर और दरभंगा सीट पर आज मतदान हुआ।। बेगूसराय से भाजपा उम्मीदवार गिरिराज सिंह ने बड़हिया के बूथ संख्या 2 पर जाकर मतदान किया।

लेफ्ट का गढ़ रही है यह सीट

बेगूसराय में सीपीआई भले ही सिर्फ एक बार लोकसभा चुनाव जीत पाई है, जब 52 साल पहले 1967 में योगेंद्र शर्मा ने यहां लाल परचम लहराया था। लेकिन विधानसभा चुनावों में यह लेफ्ट का गढ़ रहा है। लालू प्रसाद यादव के उदय और बिहार में कुख्यात नरसंहारों के साथ जातिवादी राजनीति की जड़े जमने के बाद 90 के दशक के बाद यहां लेफ्ट का असर भी कम होता गया। 1995 तक तो बेगूसराय की 7 लोकसभा सीटों में से 5 पर लेफ्ट का कब्जा रहा। 

 

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