कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पर्यावरण प्रभाव आकलन (ईआईए) के मसौदे को लेकर सोमवार को केंद्र सरकार पर फिर से निशाना साधा और कहा कि इसे वापस लिया जाना चाहिए। राहुल ने ट्वीट कर आरोप लगाया कि ईआईए-2020 के मसौदे का मकसद ‘देश की लूट’ है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को अपने ट्विटर अकाउंट से ट्वीट कर लिखा कि EIA2020 ड्राफ्ट का मकसद साफ है- #LootOfTheNation, यह एक और खौफनाक उदाहरण है कि बीजेपी सरकार देश के संसाधन लूटने वाले चुनिंदा सूट-बूट के 'मित्रों' के लिए क्या-क्या करती आ रही है।
उन्होंने रविवार को भी लोगों से अपील की थी कि वे नए पर्यावरण प्रभाव आकलन (ईआईए) 2020 मसौदे के खिलाफ प्रदर्शन करें क्योंकि यह “खतरनाक” है और अगर अधिसूचित होता है तो इसके दीर्घकालिक परिणाम “विनाशकारी” होंगे।
वहीं राहुल गांधी ने बीते रविवार को रोजगार की मांग को लेकर भी मोदी सरकार को घेरा था। राहुल गांधी ने अपने ट्विटर एकाउंट से वीडियो ट्वीट कर लिखा था कि देश के युवाओं के मन की बात: रोज़गार दो, मोदी सरकार! आप भी अपनी आवाज़ युवा कॉंग्रेस के #RozgarDo के साथ जोड़कर, सरकार को नींद से जगाइये। ये देश के भविष्य का सवाल है।
गौरतलब है कि पर्यावरण मंत्रालय ने इस साल मार्च में ईआईए के मसौदे को लेकर अधिसूचना जारी की थी और इस पर जनता से सुझाव मांगे गए थे। इसके तहत अलग-अलग परियोजनाओं के लिए पर्यावरण मंजूरी देने के मामले आते हैं।