डीएमके नेता और तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन की सनातन धर्म को लेकर की गई विवादित टिप्पणी पर देशभर में बहस जारी है। अब INDIA गठबंधन में उनके सहयोगी दल कांग्रेस ने कहा है कि हर राजनीतिक दल को अपनी बात कहने की आज़ादी है।
कांग्रेस पार्टी के महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने दिल्ली में एक प्रेस वार्ता के दौरान इस बयान पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, "हमारा (कांग्रेस का) दृष्टिकोण स्पष्ट है- 'सर्व धर्म समभाव', यह कांग्रेस की विचारधारा है। हर राजनीतिक दल को अपनी बात कहने की आजादी है... हम सभी के विचारों का सम्मान करते हैं।"
<blockquote class="twitter-tweet"><p lang="hi" dir="ltr"><a href="https://twitter.com/hashtag/WATCH?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw">#WATCH</a> हमारा दृष्टिकोण स्पष्ट है- 'सर्व धर्म समभाव', यह कांग्रेस की विचारधारा है। हर राजनीतिक दल को अपनी बात कहने की आजादी है... हम सभी के विचारों का सम्मान करते हैं: तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन की सनातन धर्म को लेकर की गई विवादित टिप्पणी पर कांग्रेस महासचिव के.सी.… <a href="https://t.co/z95wdGKv3h">pic.twitter.com/z95wdGKv3h</a></p>— ANI_HindiNews (@AHindinews) <a href="https://twitter.com/AHindinews/status/1698589892476092737?ref_src=twsrc%5Etfw">September 4, 2023</a></blockquote> <script async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"></script>
इससे पहले उदयनिधि स्टालिन ने कहा था, "वे मेरे खिलाफ जो भी मामले दर्ज करेंगे, मैं उसका सामना करने के लिए तैयार हूं। बीजेपी INDIA गठबंधन से डरी हुई है और उसी को भटकाने के लिए वे यह सब कह रहे हैं। डीएमके की नीति एक वंश, एक भगवान की है।"
डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन ने कहा था कि उन्होंने केवल सनातन धर्म की आलोचना की है। उन्होंने कहा, "मैं फिर से कह रहा हूं कि मैंने केवल सनातन धर्म की आलोचना की है और कहा कि सनातन धर्म को खत्म कर देना चाहिए। मैं यह लगातार कहूंगा। कुछ लोग बचकाना हो रहे हैं और कह रहे हैं कि मैंने नरसंहार के लिए आमंत्रित किया है, जबकि अन्य कह रहे हैं कि द्रविड़म को खत्म कर दिया जाना चाहिए। क्या इसका मतलब यह है कि डीएमके के लोगों को खत्म कर देना चाहिए?"
"जब पीएम मोदी 'कांग्रेस मुक्त भारत' कहते हैं, तो क्या इसका मतलब यह है कि कांग्रेसियों को मार दिया जाना चाहिए? सनातन क्या है? सनातन का मतलब है कि कुछ भी नहीं बदला जाना चाहिए और सभी स्थायी हैं। लेकिन द्रविड़ मॉडल परिवर्तन का आह्वान करता है और सभी को समान होना चाहिए। बीजेपी मेरी बात को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रही है। बयान देना और फर्जी खबरें फैलाना उनका सामान्य काम है।"
<blockquote class="twitter-tweet"><p lang="en" dir="ltr">Tamil Nadu | I am saying again that I only criticised Sanatana Dharma and that Sanatana Dharma should be eradicated. I will say this continuously. Few are being childish saying I invited for genocide while others are saying that Dravidam should be abolished. Does that mean… <a href="https://t.co/zK5hwFoVJO">pic.twitter.com/zK5hwFoVJO</a></p>— ANI (@ANI) <a href="https://twitter.com/ANI/status/1698383195031707808?ref_src=twsrc%5Etfw">September 3, 2023</a></blockquote> <script async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"></script>
इससे पहले डीएमके नेता उदयनिधि ने कहा था कि सनातन धर्म का सिर्फ विरोध नहीं बल्कि इसे खत्म कर देना चाहिए। इन टिप्पणियों पर सत्ता पक्ष से कई लोगों ने बड़े सवाल खड़े किए। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के एक वकील ने रविवार को उदयनिधि स्टालिन के विवादित बयान को लेकर उनके खिलाफ दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।
शिकायतकर्ता विनीत जिंदल, एक प्रैक्टिसिंग वकील, ने दावा किया है कि उदयनिधि ने एक भाषण में सनातन धर्म के खिलाफ उत्तेजक, भड़काऊ, अपमानजनक और उकसाने वाला बयान दिया था।
शिकायत में कहा गया, "उन्मूलन जैसे शब्दों का प्रयोग करके 'सनातन धर्म' की तुलना मच्छरों, डेंगू, कोरोना और मलेरिया से करते हुए कहते हैं कि ये चीजें जिनका हम विरोध नहीं कर सकते, हमें उन्हें मिटाना होगा। सनातन भी ऐसा ही है। यह हिंदू धर्म अनुयायियों के नरसंहार को बढ़ावा देने और आह्वान करने के उनके इरादे को दर्शाता है।"