कांग्रेस अपने खोए हुए दलित आधार को वापस पाने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है। पहली बार पिछले एक साल से बहुत ही संगठित ढंग से देश भर में संविधान निर्माता भीमराव अंबेडकरकी 125वीं जयंति को मनाया जा रहा है। साल भर से चल रहा यह आयोजन 9-10 अप्रैल को नागपुर में समात होगा, जहां कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी दोनों संबोधित करेंगे।
इसी क्रम में कल चंढ़ीगढ़ में दलित बुद्धिजीवियों की बैठक होने जा रही है। इस बैठक मे कांग्रेस की सांसद सैलजा कुमारी और कांग्रेस में दलित मुद्दों के प्रभारी के.राजू के रहने का संभावना है। के. राजू ने आउटलुक को बताया कि दे भर में चल रहे इन आयोजनों के जरिए दलित मुद्दों और नेतृत्व को सीधे-सीधे कांग्रेस पार्टी के एजेंडे पर ने की कशिश हो रही है।
देश के तमाम राज्यों में दलित आदिवासी नेताओं को मंच देने के मकसद के किए जा रहे इस तरह के आयोजनों का सिलसिला चल रहा है। इन तमाम आयोजनों और बैठकों के जरिए कोशिश की जा रही है कि दलितों के मुद्दों को सीधे-सीधे कांग्रेस पर्टी और उसका नेतृत्व संबोधित करे। इसके साथ ही दलित नेतृत्व को भी पार्टी मंच देना इन आयोजना का लक्ष्य है। इसके तहत पंचायत स्तर से लेकर विधानसभा स्तर दलित नेताओं की एक टीम बनाने की कोशिश की जा रही है। कल चंढ़ीगढ़ में होने वाले सेमिनार को आज दिल्ली में पंजाब की चुनावी रणनीति को लेकर चल रही अहम बैठक से जोड़कर देखा जा सकता है। आगामी विधानसभा चुनाव के लिहाज से इन दोनों रणनीति में साझेदारी करने की तैयारी हो रही है।