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किसी धर्म-जाति की भावनाओं को आहत करने वाली फिल्में नहीं बनानी चाहिए: दिग्विजय सिंह

फिल्म पद्मावत की रिलीज को लेकर एक तरफ करणी सेना जैसे संगठन विरोध पर अड़े हैं तो वहीं दूसरी ओर इस फिल्म...
किसी धर्म-जाति की भावनाओं को आहत करने वाली फिल्में नहीं बनानी चाहिए: दिग्विजय सिंह

फिल्म पद्मावत की रिलीज को लेकर एक तरफ करणी सेना जैसे संगठन विरोध पर अड़े हैं तो वहीं दूसरी ओर इस फिल्म का स्वागत भी किया जा रहा है। लेकिन सेंसर बोर्ड और सुप्रीम कोर्ट से फिल्म पद्मावत को हरी झंडी मिलने के बाद भी फिल्म का विरोध और इस पर टीका टिप्पणी समझ से परे है। अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने पद्मावत फिल्म पर बयान दिया है।

दिग्विजय सिंह ने कहा कि किसी धर्म या जाति की भावनाओं को आहत करने वाली फिल्मों को नहीं बनाया जाना चाहिए।

वहीं भाजपा के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि यह पुराने घावों को खोलता है, और यही कारण है कि इस तरह की फिल्मों को नहीं बनाया जाना चाहिए। इसका ऐतिहासिक महत्व क्या है? शून्य। वे कहते हैं कि इसका इतिहास के साथ कुछ लेना देना नहीं है, तो आप इसे क्यों बना रहे हैं? इसके अलावा, राहुल गांधी भी इस पर एक स्टैंड नहीं क्यों ले रहे हैं?

पूर्व सेना प्रमुख और केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को तोड़फोड़ की इजाजत नहीं देती तो जो विरोध कर रहे हैं उनके साथ बैठकर इसे सुलझाया जाए।

 

 

 

 

 

 

 

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