पंजाब में होने वाले विधानसभा चुनाव के बीच कांग्रेस पार्टी को एक और बड़ा झटका लगा है। पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार ने कांग्रेस पार्टी का साथ छोड़ दिया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व कानून मंत्री अश्विनी कुमार ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजा है। इसमें अश्विनी कुमार ने लिखा है कि वह पार्टी से बाहर रहकर राष्ट्रीय मुद्दों पर बेहतर तरीके से काम कर सकते हैं। इसके अलावा उन्होंने पार्टी को धन्यवाद भी कहा है।
अश्विनी कुमार ने अपने इस्तीफे में लिखा है कि, 'इस मामले पर विचार करने के बाद मैंने यह निष्कर्ष निकाला है कि वर्तमान परिस्थितियों और अपनी गरिमा के अनुरूप मैं पार्टी के दायरे से बाहर रहकर राष्ट्रीय मुद्दों को बेहतर ढंग से पूरा कर सकता हूं।'
पूर्व राज्यसभा सांसद ने आगे कहा कि 46 साल पार्टी से जुड़े रहने के बाद वह इस उम्मीद से पार्टी छोड़ रहे हैं कि स्वतंत्रता संग्राम द्वारा परिकल्पित लोकतंत्र के वादे को पूरा करने में वह सक्रिय रूप से आगे बढ़ते रहेंगे।
न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक, कांग्रेस पार्टी से अपने इस्तीफे पर अश्विनी कुमार ने कहा कि आने वाले समय में कांग्रेस पार्टी की राजनीतिक भूमिका और भी कम होगी। अब और दम से राजनीति करूंगा और अपनी तकदीर खुद लिखूंगा। आज देश को लोगों को जोड़ने वाली राजनीति की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि पार्टी नेतृत्व को सोचना चाहिए कि पार्टी के निष्ठावान लोग क्यों धीरे-धीरे पार्टी को अलविदा कह रहे हैं। मैंने ये फैसला अपनी अस्मिता और सम्मान को समक्ष रखकर लिया गया है। कांग्रेस अब वो पार्टी नहीं है जो पहले थी।
अश्विनी कुमार पंजाब से राज्यसभा सांसद थे। ऐसे में 2022 विधानसभा चुनाव से पहले उनका इस्तीफा देना कांग्रेस के लिए बड़ा झटका साबित हो सकता है। यह इसलिए भी चौंकाने वाला है, क्योंकि अश्विनी कुमार सोनिया गांधी के वफादार माने जाते थे। जी-23 नेताओं के समय में भी उन्होंने सोनिया गांधी का बचाव किया था।
गौरतलब है कि पंजाब में टिकट बंटवारे के बाद से ही कांग्रेस पार्टी को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। टिकट बंटवारे से नाराज होकर कई नेता पार्टी का साथ छोड़ चुके हैं। हाल के दिनों में पार्टी के कई नेता कांग्रेस छोड़ चुके हैं। इनमें ज्योतिरादित्य सिंधिया, जितिन प्रसाद, सुष्मिता देव और लुइसिन्हो फलेरियो शामिल हैं।
बता दें कि पंजाब की सभी 117 विधानसभा सीटों पर 20 फरवरी को मतदान होना है। पंजाब विधानसभा चुनाव के 10 मार्च को आएंगे।