पांच राज्यों में हो रहे चुनाव में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की भी एंट्री हो गई है। मनमोहन सिंह ने आज केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है। पूर्व पीएम ने कहा कि मोदी सरकार का राष्ट्रवाद नकली है। जो अग्रेजों 'फूट डालो और राज करो' की नीति पर चलता है। साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार अपनी गलती मानने और सुधार करने की बजाए पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को जिम्मेदार ठहराने पर लगी है।
मनमोहन सिंह ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्हें (भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार) आर्थिक नीति की कोई समझ नहीं है। मामला देश तक सीमित नहीं है। यह सरकार विदेश नीति पर भी विफल रही है। डॉ. सिंह ने केंद्र सरकार को चीन के मुद्दे पर भी घेरते हुए कहा कि चीन की फौज पिछले एक साल से हमारी पवित्र धरती पर बैठे हैं। इस मामले को दबाने की कोशिश की जा रही है।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि कोरोना के दौरान केंद्र सरकार की ख़राब नीतियों के कारण लोग आर्थिकता, बेरोज़गारी और बढ़ती महंगाई से परेशान हैं। 7.5 साल सरकार चलाने के बाद सरकार अपनी गलती मानने और सुधार करने की बजाए पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को जिम्मेदार ठहराने पर लगी हुई है।
मनमोहन सिंह ने कहा कि इस सरकार का नकली राष्ट्रवाद जितना खोखला है, उतना ही खतरनाक है। इनका राष्ट्रवाद अंग्रेजों की बांटों और राज करो की नीति पर टिका है। संवैधानिक संस्थाओं को लगातार कमजोर किया जा रहा है। ये सरकार विदेश नीति के मोर्चे पर भी पूरी तरह फेल साबित हुई है।
पूर्व पीएम ने कहा कि राजनेताओं को गले लगाने से या बिना निमंत्रण के बिरयानी खाने से रिश्ते नहीं सुधरते। उनका (भाजपा सरकार का) राष्ट्रवाद अंग्रेजों की फूट डालो और राज करो की नीति पर आधारित है। संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर किया जा रहा है।
साथ ही मनमोहन सिंह ने यह भी कहा कि लोग हमारे (कांग्रेस) अच्छे काम को याद कर रहे हैं। उन्होंने (भाजपा ने) पीएम मोदी की सुरक्षा के मुद्दे पर पंजाब के सीएम और राज्य के लोगों का अपमान करने की कोशिश की। अमीर लोग और अमीर होते जा रहे हैं जबकि गरीब लोग और गरीब होते जा रहे हैं।
बता दें कि देश के पूर्व पीएम मनमोहन सिंह का बयान ऐसे वक्त आया है जब पांच राज्यों में चुनाव हो रहे हैं। पंजाब में मतदान 20 फरवरी को होना है। वहीं, यूपी में तीसरे चरण का मतदान 20 फरवरी को ही होगा। उत्तराखंड और गोवा में मतदान की प्रक्रिया समाप्त हो चुकी है जबकि मणिपुर में 28 फरवरी और पांच मार्च को वोटिंग होगी।