कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोला और कई सुझाव भी दिए। कपिल सिब्बल ने कहा कि कोरोना संक्रमण से मुक्त होने के बाद एक नया हिन्दुस्तान बनाने की चुनौती है। कपिल सिब्बल ने कहा कि वह प्रधानमंत्री से आग्रह करेंगे कि जो कल की बातें हैं, सीएए, एनआरसी की बातें हैं...छोड़ो कल की बातें...कल की बात पुरानी। अब नया दौर है...कोविड 19 के बाद एक नया दौर शुरू हुआ है। प्रधानमंत्री उन बातों पर गौर करें जहां विपक्ष, सत्ता पक्ष और सब मिलकर देश को आगे बढ़ाने पर काम करें।
साथ ही, सिब्बल ने शनिवार को सरकार से आग्रह किया कि कोरोना वायरस के संकट से निपटने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर योजना बनाई जाए। पार्टी के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने यह भी कहा कि लॉकडाउन के समय में ‘अर्थव्यवस्था का लॉकआउट’ हो गया है और ऐसे में सरकार को कदम उठाने की जरूरत है।
‘पीएम सलाह देने में काबिल, लेकिन सलाह लेते नहीं’
कपिल सिब्बल ने पंचायत प्रतिधिनियों के साथ पीएम नरेंद्र मोदी के संवाद पर तंज कसते हुए कहा कि पीएम मोदी ने कल पंचायत प्रतिनिधियों से बात की। पीएम सलाह देने में काबिल हैं, लेकिन सलाह लेते नहीं, कभी-कभी सलाह ले भी लेना चाहिए।
लोगों को लॉकडाउन में और इकोनॉमी को लॉकआउट में नहीं रख सकती सरकार
पूर्व कानून मंत्री ने केंद्र सरकार से मांग की कि कोरोनावायरस संक्रमण से निपटने के लिए आपदा प्रबंधन कानून के तहत एक नेशनल प्लान बनाया जाए। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि वक्त आ गया है कि सरकार को लॉकडाउन के ऊपर विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार लोगों को लॉकडाउन में और इकोनॉमी को लॉकआउट में नहीं रख सकती है।
कोरोना पर नेशनल प्लान कब बनेगा- सिब्बल
कपिल सिब्बल ने कहा कि आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धारा 11 कहती है कि पूरे देश के आपदा प्रबंधन के लिए एक योजना बनाई जाएगी। कोविड-19 आया है तो उसके लिए राष्ट्रीय स्तर पर एक योजना बनेगी। वो राष्ट्रीय योजना क्या है? 24 मार्च से आज अप्रैल का चौथा हफ्ता हो गया आज भी कोई राष्ट्रीय योजना नहीं है।
जानें देश में कोरोना से अब तक कितनी मौतें
भारत में कोरोना मरीजों की संख्या शनिवार सुबह बढ़कर 24 हजार के पार पहुंच गई है। अब तक 775 लोगों की मौत हो चुकी है। स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, भारत में कोरोना वायरस मरीजों की संख्या 24,506 हो गई है। इसमें अब तक 5,063 मरीज अस्पताल से डिस्चार्ज हो चुके हैं। देश में बीते 12 घंटों में 52 मौतें हुई हैं। इसके अलावा 1054 नए मामले सामने आ चुके हैं।