आज यानी सोमवार से संसद का मानसून सत्र शुरू हो रहा है। एक तरफ जहां केंद्र सरकार ऑपरेशन सिंदूर की कामयाबी की बात करेगी वहीं विपक्ष पहलगाम हमले, एयर इंडिया हादसे, बिहार वोटर लिस्ट रिवीजन का मुद्दा उठाएगा। बहरहाल, अब संसद के सत्र के शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री मोदी मीडिया के सामने आए और उन्होंने आगामी सत्र के विषयों पर प्रकाश डाला। उन्होंने भारतीय सेना से लेकर महंगाई तक कई मुद्दों पर बात की।
पीएम मोदी ने कहा, "यह मानसून सत्र जीत का जश्न है। पूरी दुनिया ने भारत की सैन्य शक्ति का दमखम देखा है। ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेना द्वारा निर्धारित लक्ष्य को 100% हासिल किया गया। ऑपरेशन सिंदूर के तहत, आतंकवादियों के आकाओं के घरों को 22 मिनट के भीतर जमींदोज कर दिया गया।"
उन्होंने कहा, "ऑपरेशन सिंदूर के तहत, आतंकवादियों के आकाओं के घरों को 22 मिनट के भीतर जमींदोज कर दिया गया। मेड इन इंडिया सैन्य शक्ति के इस नए रूप की ओर दुनिया बहुत आकर्षित हुई है। इन दिनों, जब भी मैं दुनिया के लोगों से मिलता हूँ, तो भारत द्वारा बनाए जा रहे मेड इन इंडिया हथियारों के प्रति दुनिया का आकर्षण बढ़ता ही जा रहा है।"
पीएम ने कहा, "पहलगाम में हुए क्रूर अत्याचारों और नरसंहार ने पूरी दुनिया को झकझोर कर रख दिया है। दलगत स्वार्थ को परे रखते हुए, देशहित में, हमारी अधिकांश पार्टियों के प्रतिनिधियों ने दुनिया के कई देशों में जाकर एक स्वर में, दुनिया के सामने पाकिस्तान को बेनकाब करने का एक बहुत ही सफल अभियान चलाया। मैं उन सभी सांसदों की, सभी दलों की, राष्ट्रहित में किए गए इस महत्वपूर्ण कार्य के लिए सराहना करना चाहता हूँ और इससे देश में एक सकारात्मक माहौल बना है।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "संसद का यह मानसून सत्र एक विजय उत्सव की तरह है। अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर भारत का झंडा फहराया जाना प्रत्येक भारतीय के लिए गौरव का क्षण है। सभी सांसद और देशवासी एक स्वर में इस उपलब्धि का गुणगान करेंगे। यह हमारे भावी अभियानों के लिए प्रेरणादायी होगा।"
प्रधानमंत्री ने कहा, "मानसून नवप्रवर्तन और नव सृजन का प्रतीक है। अब तक प्राप्त समाचारों के अनुसार, देश में मानसून बहुत अच्छा चल रहा है। कृषि के लिए लाभकारी मौसम की खबरें हैं। और बारिश किसानों की अर्थव्यवस्था, देश की अर्थव्यवस्था, ग्रामीण अर्थव्यवस्था और इतना ही नहीं, हर परिवार की अर्थव्यवस्था के लिए बहुत महत्वपूर्ण है "
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "आर्थिक क्षेत्र में, जब 2014 में आप सभी ने हमें ज़िम्मेदारी दी थी, तब देश फ्रैजाइल फाइव के चरण से गुज़र रहा था। 2014 से पहले हम वैश्विक अर्थव्यवस्था में दसवें नंबर पर थे। आज भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में तेज़ गति से आगे बढ़ रहा है।"
मानसून सत्र की शुरुआत में उन्होंने कहा, "आज हमारे सुरक्षा बल एक नए आत्मविश्वास और नक्सलवाद को समाप्त करने के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहे हैं। आज कई जिले नक्सलवाद से मुक्त हैं। हमें गर्व है कि भारतीय संविधान नक्सलवाद के खिलाफ विजयी हो रहा है। 'लाल गलियारे' 'हरे विकास क्षेत्रों' में बदल रहे हैं।"
पीएम मोदी ने कहा, "2014 से पहले देश में एक समय ऐसा था जब मुद्रास्फीति की दर दोहरे अंकों में थी। आज यह दर घटकर लगभग दो प्रतिशत रह जाने से देश के आम लोगों के जीवन में राहत और सुविधा आई है। 25 करोड़ गरीब लोग गरीबी से बाहर आ गए हैं, जिसकी सराहना दुनिया की कई संस्थाएं कर रही हैं।"
गौरतलब है कि यह ऑपरेशन सिंदूर के बाद संसद का पहला सत्र है, जो पहलगाम आतंकी हमले के बाद आतंकी शिविरों पर भारत के सटीक हमले के बाद आयोजित किया जा रहा है। इस हमले में 26 लोग मारे गए थे। इससे पहले, विपक्ष ने मांग की थी कि केंद्र ऑपरेशन सिंदूर के मद्देनजर संसद का एक विशेष सत्र बुलाए।
इंडिया गठबंधन पीड़ितों के लिए न्याय की मांग करेगा और हमले से निपटने के सरकार के तरीके पर सवाल उठाएगा।
सांसदों द्वारा विमानन क्षेत्र से संबंधित प्रश्न भी उठाए जाने की संभावना है, जिनमें यात्री सुरक्षा, 787 ड्रीमलाइनर विमानों का निरीक्षण, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) द्वारा किए गए सुरक्षा उपाय और ऑडिट शामिल हैं।