केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने रविवार को आरोप लगाया कि गांधी परिवार ने कभी भी गैर-गांधी कांग्रेस नेताओं को सम्मान नहीं दिया।
उन्होंने कांग्रेस के इस आरोप को खारिज कर दिया कि केंद्र ने देश के पहले सिख प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का अपमान किया है, क्योंकि उन्होंने उनका अंतिम संस्कार किसी निर्धारित स्थान पर करने के बजाय निगमबोध घाट पर किया, जिसे उनका स्मारक बनाया जा सकता था।
उन्होंने इसे "दुर्भाग्यपूर्ण और सस्ती राजनीति" बताया।
उन्होंने पीटीआई-भाषा से कहा, "पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ हमारे वैचारिक और राजनीतिक मतभेदों के बावजूद वह सबसे सम्मानीय व्यक्ति हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इच्छा के अनुसार केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सिंह के अंतिम संस्कार को पूर्ण राजकीय सम्मान देने के लिए हर संभव पहल की थी।"
उन्होंने दावा किया, "केवल पूर्व प्रधानमंत्री (मनमोहन सिंह) ही नहीं, कांग्रेस ने पूर्व प्रधानमंत्री पी वी नरसिम्हा राव और पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को भी उचित सम्मान नहीं दिया। अब प्रणब मुखर्जी की बेटी ने कहा है कि कांग्रेस ने उनके पिता के निधन के बाद सीडब्ल्यूसी की बैठक नहीं बुलाई।"
उन्होंने कहा, "वास्तव में गांधी परिवार ने कभी भी गैर-गांधी कांग्रेस नेताओं को सम्मान नहीं दिया। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री पी वी नरसिम्हा राव को भारत रत्न पुरस्कार और सरदार वल्लभभाई पटेल को सम्मान भी नहीं दिया। गांधी परिवार को इन सब पर आत्मचिंतन करना चाहिए।"
केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण तथा नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री जोशी अपने मंत्रालयों की केंद्र प्रायोजित योजनाओं की समीक्षा के लिए त्रिपुरा के दो दिवसीय दौरे पर हैं।