अयोध्या फैसले पर सलमान खुर्शीद की किताब ने एक नए विवाद को जन्म दे दिया है। उन्होंने हिंदुत्व की तुलना कट्टर इस्लामी आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट और बोको हरम से की है। इससे कांग्रेस पार्टी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। पार्टी के जी-23 नेताओं की खिलाफत करने वाले सलमान खुर्शीद पर गुलाम नबी आजाद ने सीधा हमला बोला है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने भी इससे असहमति जताते हुए कहा, "हम एक राजनीतिक विचारधारा के रूप में हिंदुत्व से सहमत नहीं हो सकते हैं, लेकिन आईएसआईएस और जिहादी इस्लाम के साथ इसकी तुलना करना तथ्यात्मक रूप से गलत और अतिशयोक्ति है।"
गुलाम नबीं आजाद ने खुर्शीद की पुस्तक का उल्लेख करते हुए ट्वीट किया, ‘हम भले ही हिंदुत्व को हिंदू धर्म की मिलीजुली संस्कृति से अलग एक राजनीतिक विचारधारा मानकर इससे असहमति जताएं, लेकिन हिंदुत्व की तुलना आईएसआईएस और जेहादी इस्लाम से करना तथ्यात्मक रूप से गलत और अतिशयोक्ति है।’ आजाद कांग्रेस के ‘जी 23’ समूह के प्रमुख नेता हैं। कई मौकों पर खुर्शीद इस समूह की खुलकर आलोचना कर चुके हैं।
वहीं, खुर्शीद का कहना है कि हिंदू धर्म बहुत उच्च स्तर का धर्म है। इसके लिए गांधी जी ने जो प्रेरणा दी उससे से बढ़कर कोई प्रेरणा नहीं हो सकती है। कोई नया लेबल लगा ले तो उसे मैं क्यों मानूं? कोई हिन्दू धर्म का अपमान करे तो भी मैं बोलूंगा। मैंने ये कहा कि हिंदुत्व की राजनीति करने वाले गलत हैं और आईएसआईएस भी गलत है। खुर्शीद ने इसे अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले की रिफरेंस बुक बताया है।
बीजेपी ने इसे कांग्रेस की हिंदू विरोधी सोच और उत्तर प्रदेश चुनाव से पहले तुष्टीकरण की राजनीति का प्रयास बताया है। इस तुलना की वजह से भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस पार्टी के ऊपर आक्रामक हो गई है और सीधे सोनिया गांधी से सफाई मांगी जा रही है। वहीं, महाराष्ट्र में कांग्रेस के सहयोगी दल शिवसेना ने भी इस किताब पर आपत्ति जताई है।
किताब में सलमान खुर्शीद ने कहा है कि 'हिंदुत्व का इस्तेमाल राजनीतिक फायदे के लिए होता है, चुनाव प्रचार के दौरान इसका ज्यादा जिक्र किया जाता है।' उन्होंने कहा कि 'सनातन धर्म या क्लासिकल हिंदुइज्म को किनारे करके हिंदुत्व को आगे बढ़ाया जा रहा है। जो हर पैमाने पर आईएसआईएस और बोको हराम जैसे जिहादी इस्लामी संगठनों के राजनीतिक रूप जैसा है।' यह बात किताब के 113 नंबर पेज कही गई है।
किताब के लॉन्चिंग ईवेंट में कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह भी थे। उन्होंने हिंदू धर्म और सनातन धर्म पर कई बातें कहीं। उन्होंने कहा कि जब 500 साल के मुगल और 150 साल के ईसाई शासन में हिंदू धर्म का कुछ नहीं बिगड़ा तो क्या खतरा है। दिग्विजय सिंह ने कहा, "आज कहा जाता है कि हिंदू धर्म खतरे में हैं। 500 साल के मुगल और मुसलमानों के शासन में हिंदू धर्म का कुछ नहीं बिगड़ा। ईसाइयों के 150 साल के राज में कुछ नहीं बिगड़ा, तो अब हिंदू धर्म को खतरा किस बात का है।"