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लड़कियों को नेतृत्व के समान अवसर मिलने चाहिए, केवल नारों से नहीं आएगा बदलाव: बालिका दिवस पर खड़गे

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शुक्रवार को यह सुनिश्चित करने का आह्वान किया कि लड़कियों को...
लड़कियों को नेतृत्व के समान अवसर मिलने चाहिए, केवल नारों से नहीं आएगा बदलाव: बालिका दिवस पर खड़गे

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शुक्रवार को यह सुनिश्चित करने का आह्वान किया कि लड़कियों को नेतृत्व करने के समान अवसर मिलें और उन्हें निर्णय लेने की प्रक्रिया में शामिल किया जाए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि केवल नारे लगाने से वास्तविक बदलाव नहीं आ सकता।

अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस पर एक्स पर एक पोस्ट में खड़गे ने कहा कि सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक प्रगति हासिल करने के लिए लैंगिक समानता और न्याय आवश्यक है।

उन्होंने कहा, "इस वर्ष #DayOfTheGirl का विषय है 'भविष्य के लिए लड़कियों का दृष्टिकोण', जो लड़कियों की आवाज की शक्ति और भविष्य के लिए दृष्टिकोण से प्रेरित, तत्काल कार्रवाई और सतत आशा की आवश्यकता को दर्शाता है।"

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, "हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि लड़कियों को नेतृत्व के समान अवसर मिलें, इसके लिए उन्हें बदलाव की अग्रिम पंक्ति में रखना होगा, उनकी आवाज को बुलंद करना होगा, उनकी जरूरतों पर ध्यान देना होगा और निर्णय लेने की प्रक्रिया में उन्हें शामिल करना होगा।"

उन्होंने कहा कि केवल नारे लगाने से वास्तविक बदलाव नहीं आ सकता। खड़गे ने कहा कि लड़कियों की बात सुनना, सिद्ध समाधानों में निवेश करना महत्वपूर्ण है, जिससे भविष्य की ओर प्रगति में तेजी आएगी, जिसमें हर लड़की अपनी क्षमता का पूरा उपयोग कर सकेगी।

19 दिसंबर, 2011 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने बालिकाओं के अधिकारों और दुनिया भर में उनके सामने आने वाली विशिष्ट चुनौतियों को मान्यता देने के लिए 11 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस घोषित करने का प्रस्ताव पारित किया।

अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस बालिकाओं के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करने तथा उनके सशक्तीकरण और उनके मानवाधिकारों की पूर्ति को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर केंद्रित है।

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