लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की आलोचना करते हुए बुधवार को कहा कि कारोबार जगत में समान अवसर वाली स्थिति के बजाय सांठगांठ वाले व्यावसायिक समूहों को प्राथमिकता देने से विनिर्माण क्षेत्र सुस्त है और डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया कमजोर हो रहा है तथा महंगाई बेतहाशा बढ़ रही है।
उन्होंने एक खबर का हवाला भी दिया जिसमें कहा गया है कि व्यापार घाटा और आयात अब तक के उच्चतम स्तर पर है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष गांधी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा कि क्या होता है जब कोई सरकार समान अवसर वाली स्थिति के बजाय व्यवसायों पर सांठगांठ वाले समूहों को प्राथमिकता देती है?
उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसे में विनिर्माण क्षेत्र कमजोर होता है, भारतीय मुद्रा कमजोर होती है, व्यापार घाटा रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचता है, ब्याज दरें बढ़ती हैं, खपत में गिरावट आती है और मुद्रास्फीति बढ़ती है।
अक्टूबर में दोहरे अंक की वृद्धि दर्ज करने के बाद, नवंबर में भारत का निर्यात सालाना आधार पर 4.85 प्रतिशत घटकर 32.11 अरब डॉलर हो गया, जबकि सोने के आयात में रिकॉर्ड वृद्धि के कारण व्यापार घाटा बढ़कर 37.84 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया।
वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, नवंबर में आयात साल-दर-साल 27 प्रतिशत बढ़कर रिकॉर्ड 69.95 अरब डॉलर हो गया।