अयोध्या में मंदिर निर्माण के लिए गठित 'राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट' की बुधवार को दिल्ली में पहली बैठक हुई। वहीं, उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार ने मोदी सरकार से मस्जिद-निर्माण के लिए ट्रस्ट बनाने के लिए सवाल किया है। उन्होंने कहा कि सरकार जैसे राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट बना सकती है तो मस्जिद के लिए क्यों नहीं? देश तो सबका है और सभी के लिए है।
लखनऊ में पार्टी के राज्य प्रतिनिधि सम्मेलन को संबोधित करते हुए पवार ने केंद्र और यूपी की भाजपा सरकारों पर आरोप लगाया कि वह लोगों को मजहब के आधार पर बांट रही है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनाने के लिए ट्रस्ट बनाकर आर्थिक मदद दी जा रही है, लेकिन बाबरी मस्जिद, जिसे गिराया गया उसे बनाने के लिए सरकार कोई मदद नहीं दे रही। बाबरी मस्जिद निर्माण के लिए भी ट्रस्ट बनाकर मदद देनी चाहिए।
यूपी में युवाओं की हालत दयनीय
पवार ने कहा कि अगले वित्तीय वर्ष के लिए उत्तर प्रदेश के बजट में किसानों के लिए कुछ भी नहीं था। बेरोजगारों को मासिक प्रशिक्षण भत्ता देने का प्रावधान किया गया है, लेकिन यह उन्हें मिल भी पाएगा या नहीं यह कहना मुश्किल है। उन्होंने कहा कि युवाओं को मेहनत करने का अधिकार चाहिए इस तरह के भत्ते देने से काम नहीं चलेगा। यूपी और देश में आज किसानों और युवाओं की हालत दयनीय है। इसके लिए देश में परिवर्तन लाने के लिए एनसीपी कार्यकर्ताओं को बिगुल फूंकना होगा।
विपक्षी दलों को एकजुट होना होगा
उन्होंने कहा कि यहां मुख्य रूप से अवसरों की कमी के कारण ही युवा आजीविका की तलाश में मुंबई जैसे शहरों की ओर पलायन करने को मजबूर हैं। भाजपा सरकार की नीतियों से आम जनता त्रस्त है। इसीलिए अब वह इन्हें सत्ता से बेदखल कर रही है। दिल्ली में खुद प्रधानमंत्री उनके साथ गृहमंत्री और कई राज्यों के मुख्यमंत्री प्रचार करने गए, लेकिन जनता में अरविंद केजरीवाल को प्रचंड बहुमत से जीत दिलाई। महाराष्ट्र की तरह ही यूपी और अन्य राज्यों में भी विपक्षी दलों को एकजुट कर भाजपा सरकार को सत्ता से बेदखल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि विपक्ष की सभी पार्टियों को मिलकर भाजपा के खिलाफ चुनावी मैदान में उतरना चाहिए।