कांग्रेस ने एक बार फिर मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने आरोप लगाया कि सरकार पेट्रोल और डीजल पर अधिकतम टैक्स लगाकर अपना खजाना भर रही है और बोझ आम लोगों पर पड़ रहा है। टैक्स बढ़ाकर पांच मार्च से अब तक सरकार ढाई लाख करोड़ रुपये की कमाई कर चुकी है, जिससे मंहगाई बढ़ गई है।
कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतें गिर गई हैं और 15 साल में सबसे निचले स्तर पर हैं, फिर भी पेट्रोल और डीजल की कीमतें आसमान छू रही हैं और इसका सीधा असर लोगों पर पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं को कच्चे तेल की कम कीमतों का लाभ देने के बजाय, 13 जून को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में सातवीं बार बढ़ोतरी की गई है।
सरकार के पास नहीं है दूसरा साधन
उन्होंने कहा कि पेट्रोल, डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण सरकार ने पिछले छह दिनों में 44,000 करोड़ रुपये की कमाई की है। 5 मार्च से, सरकार ने पेट्रोल, डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी से 2.5 लाख करोड़ रुपये की कमाई की है। सरकार लगातार पेट्रोलियम उत्पादों के दाम बढ़ा रही है क्योंकि उसके पास राजस्व का कोई दूसरा साधन नहीं है।
सरकार में नहीं है आम लोगों के प्रति जरा सी भी भावना
सिब्बल ने कहा, 'अगर सरकार में आम लोगों के लिए थोड़ी भी भावना होती तो वह दाम घटाकर कंपनियों को फायदा पहुंचाने के बजाय आम लोगों की मदद करती।' केयर रेटिंग्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने कहा कि बढ़ोतरी का मतलब है कि केंद्र सरकार पेट्रोल के बेस प्राइस पर 270 फीसदी और डीजल के मामले में 256 फीसदी टैक्स वसूल रही है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 1 मई 2014 में कच्चे तेल की कीमत 106.85 डॉलर प्रति बैरल थी तो देश में पेट्रोल की कीमत 71.41 रुपये प्रति लीटर थी। 12 जून को कच्चे तेल का दाम घटकर 38 डॉलर प्रति बैरल हो गया है लेकिन पेट्रोल की कीमत 75.14 रुपये प्रति लीटर हो गई है। उन्होंने कहा कि भारत में ईंधन पर केंद्रीय उत्पाद शुल्क और वैट संचयी रूप से 69 प्रतिशत है जो दुनिया में कहीं भी अधिक है। उन्होंने कहा कि अमेरिका में ईंधन का टैक्स 19 प्रतिशत, जापान में 47 प्रतिशत, ब्रिटेन में 62 प्रतिशत, फ्रांस में 63 प्रतिशत और जर्मनी में 65 प्रतिशत है।
चारों पहिए नहीं कर रहे हैं ठीक से काम
कांग्रेस नेता ने यह आरोप भी लगाया कि सरकार, कार्यपालिका, न्यायपालिका और चुनाव आयोग जैसे लोकतंत्र के चार महत्वूर्ण पहिए ठीक से नहीं चल रहे हैं। उन्होंने दावा किया, प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री को देश की आर्थिक स्थिति के बारे में सही जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि मौजूदा हालत में मतभेदों को भूलकर विपक्ष को एकजुट होना चाहिए।
बता दें कि पेट्रोल की कीमतों में शनिवार को 59 पैसे प्रति लीटर और डीजल की कीमतों में 58 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि की गई। कीमतों की समीक्षा 82 दिनों तक स्थगित रखने के बाद लगातार सातवें दिन पेट्रोल-डीजल महंगा हुआ है।
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