गुजरात में राजनीति अपने चरम पर है, जोड़-तोड़ और रिझाने, साधने की तैयारियां भी तेज है। इस बार गुजरात की सियासत में हार्दिक पटेल आकर्षण के केन्द्र बने हुए हैं। हार्दिक किस राजनीतिक पार्टी को समर्थन देंगे इसकी औपचारिक घोषणा मंगलवार को हो सकती है। इससे पहले आज पाटीदार आऱक्षण समिति के 11 सद्स्य कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भरत सिंह सोलंकी के साथ बैठक करेंगे। आज पाटीदार नेताओं और कांग्रेस की बैठक दोपहर 2.30 बजे प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में होगी।
इससे पहले भी कांग्रेस और हार्दिक के बीच बातचीत होती रही। लेकिन अबतक कोई खास नतीजा नहीं निकल सका है। जबकि कांग्रेस पाटीदारों को साथ लाने के लिए हरसंभव प्रयास में जुटी हुई है। गुजरात में पाटीदारों को साथ लाना कांग्रेस के लिए मजबूरी बन गया है। ऐसे में कांग्रेस आलाकमान पर भी दवाब है।
इससे पहले हार्दिक पटेल और राहुल गांधी से जुड़े फुटेज के मने आने के बाद भी इस पर भरपूर सियासत हुई। खासकर भाजपा ने इसे लेकर हार्दिक की खिंचाई भी की।
रविवार को गुजरात के सीएम विजय रूपाणी ने हार्दिक पटेल से अपना स्टैंड क्लीयर करने को कहा। विजय रुपाणी ने हार्दिक पटले से कहा कि वो जनता को बताएं कि कांग्रेस के पिछलग्गू क्यों बने हुए हैं?
दरअसल पाटीदार को साथ लाने के लिए ना सिर्फ कांग्रेस एड़ी-चोटी एक कर रही है बल्कि भाजपा भी उन्हें अपने साथ लेकर अपना सत्ता बचाने की कोशिशों में जुटी हुई है।