हजकां का गठन बिश्नोई के पिता और पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल ने वर्ष 2007 में कांग्रेस से अलग होने के बाद किया था। कांग्रेस पार्टी की ओर से वर्ष 2005 में जाट नेता हुड्डा को प्राथमिकता दिए जाने से नाराज होकर भजनलाल ने पार्टी बनाई थी।
वर्ष 2011 में तीन जून को भजनलाल का देहांत हो जाने के बाद बिश्नोई ने पार्टी की कमान संभाल ली थी। उन्होंने 10 जनपथ पर इस विलय की घोषणा करते हुए कहा, मैं कभी कांग्रेस से अलग नहीं हुआ था। एक परिवार में मतभेद होते ही हैं। कांग्रेस हमारे खून में है। मतभेद अब दूर हो चुके हैं। वर्ष 2014 के संसदीय चुनावों के लिए हजकां ने भाजपा के साथ गठबंधन किया था। पिछले विधानसभा चुनाव में पार्टी अलग से लड़ी थी और उसे महज दो ही सीटें मिली थीं। कुलदीप बिश्नोई अपने पिता की पारंपरिक सीट आदमपुर से जीते थे जबकि उनकी पत्नी रेणुका बिश्नोई हांसी से जीती थीं।