देश को झकझोर देने वाले हाथरस केस में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा 5 अधिकारियों को सस्पेंड करने को कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने नाकाफी बताया है। प्रियंका गांधी वाड्रा ने इस मामले में हुई कार्रवाई को मोहरों का निलंबन करार देते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ का इस्तीफे की मांग की है। कांग्रेस महासचिव ने सीएम योगी से सवाल किया है कि हाथरस की पीड़िता और उसके परिवार को भीषण कष्ट किसके ऑर्डर पर दिया गया?
बता दें कि मामले में गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) ने पहली रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपी दी है और इस रिपोर्ट के बाद यूपी सरकार ने हाथरस के एसपी व चार अन्य पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। मुख्यमंत्री योगी द्वारा एसपी समेत चार पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई के निर्देश दिए गए।
प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपने ट्वीट में लिखा, योगी आदित्यनाथ जी कुछ मोहरों को सस्पेंड करने से क्या होगा? हाथरस की पीड़िता, उसके परिवार को भीषण कष्ट किसके ऑर्डर पर दिया गया? हाथरस के डीएम, एसपी के फोन रिकार्ड्स पब्लिक किए जाएं। मुख्यमंत्री जी अपनी जिम्मेदारी से हटने की कोशिश न करें। देश देख रहा है योगी आदित्यनाथ जी इस्तीफा दो। उन्होंने यह भी मांग की है कि हाथरस के जिला अधिकारी और पुलिस अधीक्षक (एसपी) के फोन रिकॉर्डस को सार्वजनिक किया जाना चाहिए ताकि पता चल सके कि किसके आदेश पर पीड़िता एवं उसके परिवार को कष्ट दिया गया।
गौरतलब है कि 20 वर्षीय दलित युवती के साथ कथित गैंगरेप और हत्या के मामले में गठित एसआईटी की प्रारंभिक रिपोर्ट को लेकर यूपी सरकार द्वारा जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, हाथरस के एसपी विक्रांत वीर को लापरवाही व शिथिल पर्यवेक्षण पर सस्पेंड कर दिया गया। उनके अलावा सीओ राम शब्द, एसआई जगवीर सिंह, इंस्पेक्टर दिनेश कुमार वर्मा और हेड कांस्टेबल महेश पाल का निलंबन किया गया। साथ ही दोनों पक्षों (पीड़ित और आरोपी) और मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों का नार्को टेस्ट करवाए जाने का निर्देश दिया गया है।