नागरिकता संशोधन कानून को लेकर छिड़ा बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। असम और मेघालय में तनाव के चलते गृह मंत्री अमित शाह ने अपनी शिलॉन्ग यात्रा रद्द कर दी है। वह नॉर्थ ईस्ट पुलिस अकादमी के दौरे पर रविवार को शिलॉन्ग जाने वाले थे। अब अमित शाह कल और सोमवार को झारखंड में रहेंगे।
नागरिकता संशोधन कानून को लेकर पूर्वोत्तर के तीन राज्यों असम, मेघालय और त्रिपुरा में तनावपूर्ण हालात बने हुए हैं। असम में स्कूल और कॉलेज 22 दिसंबर तक के लिए बंद कर दिए गए हैं। राज्य में पुलिस फायरिंग में अब तक 2 लोग मारे गए हैं और 9 अन्य जख्मी हो गए हैं।
कर्फ्यू के बीच प्रदर्शनों का दौर जारी
मेघालय में भी अनिश्चितकालीन कर्फ्यू के बीच प्रदर्शनों का दौर जारी है। गुरुवार को शिलॉन्ग में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस बाजार इलाके में दुकानों को आग लगा दी थी। गृहमंत्री अमित शाह के आश्वासन के बाद त्रिपुरा में प्रदर्शनकारियों ने बेशक अपना विरोध खत्म कर दिया, लेकिन वहां भी इंटरनेट और एसएमएस सेवाएं बंद हैं। गुरुवार को आदिवासी बहुल इलाकों में तनाव बना रहा। अधिकारियों ने बताया कि ग्रामीण इलाकों में अभी स्थिति में सुधार नहीं हुआ है।
इंटरनेट सेवाओं पर रोक बढ़ाई
डिब्रूगढ़ में सुबह 8 बजे से पांच घंटे के लिए यहां ढील दी गई। पुलिस ने बताया कि लालुंग गांव में उन्हें गोलियां भी चलानी पड़ीं क्योंकि प्रदर्शनकारियों ने उन पर पथराव किया। असम के दस जिलों में इंटरनेट सेवाओं पर लगाई गई रोक की अवधि को गुरुवार की दोपहर 12 बजे से 48 घंटे के लिए और बढ़ा दी गई थी। अधिकारियों ने बताया कि सोशल मीडिया का ‘‘दुरुपयोग’’ रोकने और कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बनाये रखने के वास्ते इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगाई गई।
हिंसा के पीछे नकारात्मक ताकतेंः सीएम
इस बीच असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि राज्य में हिंसा के पीछे ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन और अन्य स्थानीय समूहों का हाथ नहीं है। हिंसा के पीछे 'उन नकारात्मक ताकतों का हाथ है जो शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे लोगों में शामिल हो गए हैं।' उन्होंने कहा कि हम इन नकारात्मक शक्तियों की पहचान कर रहे हैं।