पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कश्मीर के हालात को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार पर फिर से निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि कश्मीर में मानवाधिकारों का पूरी तरह से उल्लंघन किया जा रहा है। उन्होंने कश्मीर में मानवाधिकारों और शांति के लिए प्रार्थना करने का भी आह्वान किया।
विश्व मानवतावादी दिवस के मौके पर ममता ने ट्वीट किया है, “कश्मीर में मानवाधिकारों का पूरी तरह से उल्लंघन किया जा रहा है। आइए हम कश्मीर में मानवाधिकारों और शांति के लिए प्रार्थना करें।”
ममता बनर्जी ने एक और ट्वीट किया। इस ट्वीट में उन्होंने लिखा कि मानवाधिकार एक ऐसा विषय है जो मेरे दिल के बहुत करीब है। साल 1995 में मैं लॉकअप में हुई मौतों के मामले में मानवाधिकारों के बचाव के लिए 21 दिनों तक सड़क पर थी।
बता दें कि जम्मू कश्मीर से 370 के अधिकतर प्रावधान हटाने और राज्य के पुनर्गठन को लेकर ममता ने पहले भी मोदी सरकार पर हमला बोला था। ममता का मानना है कि बीजेपी ने इस मामले में मनमर्जी की है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार को सभी राजनीतिक पार्टियों और कश्मीरियों से बातचीत करनी चाहिए थी।
ममता बनर्जी ने इस मामले पर बोलते हुए कहा था कि यदि आप स्थाई समाधान चाहते हैं तो आपको सभी पक्षकारों से बातचीत करनी होगी।
ममता बनर्जी ने जम्मू कश्मीर के शीर्ष नेताओं की नज़रबंदी पर भी सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि फारुख अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती के बारे में कोई खबर नहीं है। मैं सरकार से अपील करती हूं कि उन्हें अलग थलग होने का अनुभव न कराएं। वे आतंकवादी नहीं हैं। उन्हें लोकतांत्रिक संस्थानों के हित में रिहा किया जाना चाहिए।
आज खुल रहे हैं स्कूल
कश्मीर में आज से कई स्कूल और कॉलेज दोबारा खुल रहे हैं। प्रधान सचिव रोहित कंसल ने बताया था कि सोमवार से नया हफ्ता शुरू हो रहा है और हम इसे नयी आशा के साथ देख रहे हैं। अकेले श्रीनगर में 190 से अधिक प्राथमिक स्कूल सोमवार (19 अगस्त) से दोबारा खुल रहे हैं और इसके बाद हम दूसरे क्षेत्रों की ओर देख रहे हैं, जैसे हम विकास से संबंधित गतिविधि शुरू करने की कोशिश कर रहे हैं।
कश्मीर घाटी में इंटरनेट फिर बंद
कश्मीर घाटी के 50 पुलिस थाना क्षेत्रों में रविवार को प्रतिबंधों में ढील दी गयी। हालांकि, श्रीनगर के कुछ हिस्सों में हिंसा की छिटपुट घटनाओं के बाद प्रतिबंधों को और कड़ा कर दिया गया। इस बीच, जम्मू क्षेत्र के पांच जिलों में इंटरनेट सेवाओं की बहाली के एक दिन बाद इसे फिर से बंद कर दिया गया।