केंद्र सरकार ने मंगलवार को एक सर्वदलीय बैठक बुलाई। इस बैठक में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान में जैश-ए- मोहम्मद के आतंकवादी शिविरों के खिलाफ तड़के भारतीय वायुसेना द्वारा किए गए हवाई हमले के बारे में विपक्षी दलों को जानकारी दी।
विदेश मंत्री ने नेताओं को बताया कि उन्होंने भारतीय वायुसेना की एयर स्ट्राइक को लेकर यूएस सेक्रेटरी ऑफ स्टेट माइकल पोंपियो से बातचीत की। उन्होंने कहा कि सैन्य ऑपरेशन नहीं बल्कि एंटी-टेरर ऑपरेशन था। इसके बाद समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, 'मुझे इस बात की खुशी है कि सभी पार्टियों ने सुरक्षा बलों की तारीफ की और सरकार के एंटी टेरर ऑपरेशन का समर्थन किया है।'
आतंकवाद के खिलाफ हम सरकार के साथ: कांग्रेस
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि हम सुरक्षाबलों के प्रयास की सराहना करते हैं। आतंकवाद को खत्म करने के लिए हम उन्हें हमेशा समर्थन देंगे। एक और अच्छी बात यह है कि क्लीन ऑपरेशन था, जिसमें विशेष रूप से आतंकवादियों और उनके कैंप को निशाना बनाया गया। जवाहरलाल नेहरू भवन में बुलाई गई इस बैठक में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने हिस्सा लिया।
जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों को बनाया गया निशाना
इससे पहले विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि पुलवामा हमले के बाद भारत ने मंगलवार तड़के पाकिस्तान में जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े प्रशिक्षण शिविर को तीव्र और सटीक हवाई हमला करके नष्ट कर दिया। इसमें 'बड़ी संख्या में' आतंकवादी, प्रशिक्षक और बड़े कमांडर मारे गए।
भारत के विदेश सचिव विजय गोखले ने इस अभियान के बारे में जानकारी देने के लिए आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि विश्वसनीय खुफिया जानकारी मिली थी कि 12 दिन पहले पुलवामा हमले को अंजाम देने के बाद जैशे मोहम्मद भारत में और आत्मघाती आतंकी हमले की योजना बना रहा है।
उन्होंने कहा, 'विश्वसनीय सूचना प्राप्त हुई थी कि जैश-ए-मोहम्मद देश के विभिन्न हिस्सों में दूसरा आत्म घाती हमला करने के प्रयास में है और इसके लिए फिदायीन जेहादियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। आसन्न खतरे के मद्देनजर, यह हमला जरूरी हो गया था।'
गोखले ने कहा, 'भारत ने गुप्तचर सूचना की मदद से (मंगलवार) तड़के एक अभियान में बालाकोट में जैशे मोहम्मद के सबसे बड़े प्रशिक्षिण शिविर पर हमला किया।' उन्होंने कहा, 'इस अभियान में जैश- ए- मोहम्मद के बड़ी संख्या में आतंकवादी, प्रशिक्षक, बड़े कमांडर और फिदायीन हमले के लिए प्रशिक्षित किये गए जेहादी समूह मारे गए।'